कोरोना से जनता को बचाने के लिए प्रशासन का जन प्रतिनिधियों से समन्वय और आपसी तालमेल बेहद जरूरी
ब्रज पत्रिका, आगरा। शासन-प्रशासन, जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों के मध्य एक समुचित कम्युनिकेशन और कोआर्डिनेशन का गैप दिख रहा है जिसके कारण कहीं फल-सब्जी तो कहीं पानी, तो कहीं भोजन और कहीं दवाई की समुचित आपूर्ति ना हो पाने से आम जनता परेशान है।
ऐसे में आवश्यक है कि जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के मध्य एक संयुक्त समन्वय समिति बनाकर निरंतर बैठक की जाएं ताकि कोरोना के कम्युनिटी ट्रांसमिशन की स्थिति में उससे और सक्षमता पूर्वक निपटा जा सके..
यह कहना है उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता राजा अरिदमन सिंह जी का।
उन्होंने भदावर हाउस से एक विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है की कोरोना की महामारी निरंतर बढ़ रही है। ऐसे में कड़ाई जरूरी है। हर व्यक्ति को चाहिए कि वह लॉक डाउन के नियमों का पालन करे। शारीरिक दूरी बनाकर रखे। लोगों को समझना पड़ेगा कि यह केवल सरकार की नहीं, बल्कि उनकी भी जिम्मेदारी है कि वह कोरोना की रोकथाम में अपनी भूमिका अदा करें।
उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से अपील की है कि वे नजीर अहमद और पूरन डाबर जैसे समाजसेवियों, विभिन्न जातिगत संगठनों व निजी चिकित्सकों को भी महामारी की रोकथाम के इस अभियान से जोड़ें ताकि चिकित्सा, क्वॉरेंटाइन सेंटर व अन्य व्यवस्थाएं करने में उनका समुचित सहयोग लिया जा सके।