समाजसेवी अशोक गोयल ने की घरों में बैठे चिकित्सकों से बाहर निकल कर सेवा की अपील
ब्रज पत्रिका, आगरा। आजकल कोराना की महामारी में पूरी दुनिया अत्यधिक ग्रसित है। आगरा भी इसकी जबरदस्त चपेट में है। कुछ समय पूर्व आगरा मॉडल को संपूर्ण भारतवर्ष में सबसे अच्छे स्वरूप में माना जा रहा था और हम सभी आगरा वासी बड़े गौरवान्वित अनुभव कर रहे थे लेकिन आज हम देख रहे हैं कि आगरा के सभी सामाजिक संगठन अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, फिर भी डायलिसिस के अभाव में मरीज की मृत्यु का समाचार पढ़ने में आया है।
उत्तर भारत में 18 वर्ष पहले पहली चैरिटेबल डायलिसिस सेवा शुरू करने वाले तथा हेल्प आगरा, श्री क्षेत्र बजाजा कमेटी व सत्यमेव जयते से जुड़े आगरा के प्रमुख समाजसेवी अशोक गोयल का इस संबंध में कहना है कि इस संकट की घड़ी में आगरा के चिकित्सक संगठन आईएमए को अपना उत्तरदायित्व आगे बढ़कर बखूबी निभाना चाहिए।
प्रशासन व सामाजिक संगठनों के साथ आईएमए आदि को स्पष्ट रणनीति बनानी चाहिए ताकि आगरा में डायलिसिस आदि के मरीज इलाज के अभाव में मृत्यु की गोद में न समा जाएं।
उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में वे चिकित्सक बधाई के पात्र हैं जो अपनी जान जोखिम में डालकर भी मरीजों की सेवा कर रहे हैं। ऐसे में, घरों में बैठे डॉक्टर्स को भी बाहर निकल कर मरीजों की सेवा करनी चाहिए ताकि सब को समुचित इलाज मिल सके।