स्टार्टअप के प्रोत्साहन से ही साकार होगा देश के विकसित भारत और वर्ल्ड लीडर बनने का सपना : आरकेएस भदौरिया
• एफडीडीआई और न्यूक्लियर पावर कारपोरेशन के एमडी और निदेशक हुए शामिल।
• साइंटिस्ट और स्टूडेंट्स ने प्रस्तुत किये नए स्टार्टअप आइडिज और यूनिक प्रोडक्ट्स।
ब्रज पत्रिका, आगरा। “कुछ वर्ष पहले भारत विश्व की दसवीं बड़ी अर्थव्यवस्था थी, आज भारत ने पांचवें पायदान पर आकर खुद को विश्व की सबसे बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में साबित किया है, यह वह स्वर्णिम समय है जब हम उद्यमिता के क्षेत्र में विश्वगुरु बनने की कल्पना को साकार कर सकते हैं। कोरोना काल के बावजूद भारत ने खुद को तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित किया है।”
यह बात शुक्रवार को आगरा आईटीसी मुग़ल में आयोजित स्टार्टअप ऐरा कॉन्क्लेव में मुख्य अतिथि के रूप में अपने उद्बोधन में भारतीय वायुसेना के पूर्व अध्यक्ष आरकेएस भदौरिया ने कहीं। इसी क्रम में भारतीय वायुसेना के पूर्व अध्यक्ष आरकेएस भदौरिया ने कहा कि,
“आज इस आयोजन में कई क्षेत्रों के उद्यमियों को स्टार्टअप के बारे में बड़ी ऊर्जा के साथ बात करते हुए देखा। मैं अब एक नए क्षेत्र डिफेंस की ओर आपका ध्यान आकर्षित करने का आह्वान करना चाहूंगा। भारत वह देश है जो पहले डिफेंस के क्षेत्र में सिर्फ आयात पर निर्भर था, लेकिन आज वक्त बदल गया है। डिफेंस के क्षेत्र में बड़ी संभावनाएं हैं, भारत एक बड़े बाजार के रूप में उभर रहा है, जहां छोटे से लेकर पड़े स्टार्टअप के विकल्प खुले हैं।”
ऑर्गेनाइजिंग चेयरमैन पूरन डाबर ने कहा कि,
“आज जिस स्वर्णिम युग में हम जी रहे हैं, उसमें उद्यमिता के बड़े अवसर देखने को मिल रहे हैं। अनोर्गनाइज्ड बिजनेस को ऑर्गेनाइज करने की जरूरत है, इससे हम छोटे से कारोबार से बड़ा ब्रांड खड़ा कर सकते हैं। कई मल्टीनेशनल ब्रांड आज इसके उदाहरण हैं।”
कार्यक्रम में उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) भारत में वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के प्रतिनिधि के रूप में शामिल हुए विशिष्ट अतिथि एफडीडीआई के प्रबंध निदेशक कर्नल पंकज कुमार सिन्हा ने कहा कि,
“स्टार्टअप के लिए हमने 10 करोड़ तक की फंडिंग किए जाने का प्रावधान किया है। इसका लाभ आप उठा सकते हैं।”
इसके साथ ही उन्होंने सरकार की स्टार्टअप इंडिया सीड फंड योजना एवं अन्य योजनाओं के विषय में भी जानकरी दी।
आउटस्टैंडिंग साइंटिस्ट और स्टेशन डायरेक्टर नरोरा एटॉमिक पावर स्टेशन और न्यूक्लियर पावर कारपोरेशन के प्रतीक अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि,
“न्यूक्लियर पावर के क्षेत्र में भी भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है, यह भी व्यापक कैरियर की संभावनाओं वाला क्षेत्र है, जो इस क्षेत्र में रुचि रखते हैं, वह हमारे स्टेशन आएं, हम इसमें हर तरह से मदद करने के लिए तैयार हैं।”
एमएसएमई मंत्रालय के निदेशक डॉ. आरके भारती ने नवीन स्टार्टअप के प्रोत्साहन से जुड़ी योजना के बारे में जानकारी दी।
स्वागत उद्बोधन आयोजन की एडवाइजरी कमेटी के वाइस चेयरमैन राजेश गर्ग ने दिया। एफएएफएम के अध्यक्ष एवं आयोजन समिति के वाइस चेयरमैन कुलदीप सिंह ने आयोजन की परिकल्पना पर प्रकाश डाला।
तकनीकी सत्र में भारत सरकार के बैंकिंग और एमएसएमई विभाग हुए शामिल
इस मौके पर तकनीकी सत्र में भारत सरकार के बैंकिंग और एमएसएमई से जुड़े विभागों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिसमें उन्होंने प्रजेंटेशन देकर स्टार्टअप को लेकर अपनी योजनाओं पर प्रकाश डाला। इस दौरान स्टेट बैंक आफ इंडिया के एजीएम एसएसएमई पुनीत शर्मा, सिडबी के शाखा प्रबंधक आकाश सोनी और एनएसआईसी के शाखा प्रबंधक पुष्पेंद्र सूर्यवंशी, ईसीजीसी के प्रबंधक रितेश कुमार ने प्रजेंटेशन के माध्यम से स्टार्टअप्स से जुड़ी योजनाओं की जानकारी दी।
अंत में धन्यवाद ज्ञापन इफ्कोमा के महासचिव दीपक मनचंदा ने किया। इस दौरान हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अस्थाना, चार्टर्ड अकाउंटेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष सीए अजय जैन, आस्मा अध्यक्ष उपेंद्र सिंह लवली, नेशनल चैंबर के उपाध्यक्ष अंबा प्रसाद गर्ग, लघु उद्योग भारती के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक अग्रवाल, सीआईआरसी के अध्यक्ष अजय जैन, हिंदुस्तान इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक डॉ. नवीन गुप्ता, ईशान कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग के निदेशक डॉ. पंकज शर्मा, प्रील्यूड पब्लिक स्कूल के निदेशक डॉ. सुशील गुप्ता, श्रॉफ ग्रुप के अनिल मगन, सेंट एंड्रयूज पब्लिक स्कूल के गिरधर शर्मा आदि विशेष रूप से मौजूद रहे। अतिथियों का स्वागत सीसीएलए के महासचिव अजय शर्मा एवं कन्वीनर बृजेश शर्मा ने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. तरुण शर्मा ने किया। कार्यक्रम में व्यवस्थाएं मोहित जैन, शकुन बंसल, अविनाश वर्मा आदि ने संभाली।
कॉन्क्लेव में सफल उद्यमियों को इंस्पायरिंग पर्सनैलिटी अवार्ड से सम्मानित किया गया, जिसमें लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रकाश ग्रुप ऑफ़ इंडस्ट्रीज के फाउंडर राम प्रकाश गर्ग को दिया गया। साथ ही नेक्स्ट जेनरेशन के उद्यमियों को सफल स्टार्टअप के लिए सम्मानित किया गया।