हृदय स्पर्शी स्वरों और साजों के सुमधुर वादन ने सजाई 59वें ‘निनाद’ संगीत महोत्सव में मनमोहक संगीतमयी महफ़िल
शाश्वती मंडल के गायन एवं सुगतो नाग के सितार वादन से गूंजा जेपी सभागार।
ब्रज पत्रिका, आगरा। पंडित रघुनाथ तलेगांवकर फाउंडेशन ट्रस्ट और डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के संयुक्त तत्वावधान में संगीत कला केंद्र आगरा एवं प्राचीन कला केंद्र के सहयोग से अखिल भारतीय संगीत महर्षि पंडित विष्णु दिगंबर संगीत सम्मेलन-2023 का उद्घाटन डॉ. आशु रानी, कुलपति डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा, संत बाबा प्रीतम सिंह जी गुरुद्वारा गुरु का ताल, अध्यक्ष विजय पाल सिंह चौहान ने दीप प्रज्वलन करके किया।
यह महोत्सव संगीत नक्षत्र पंडित केशव तलेगांकर की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया है। निनाद महोत्सव की प्रथम दिन की सबरस संगीत संध्या जो कि संगीतज्ञा सुलभा तलेगांवकर को समर्पित थी। सर्वप्रथम संगीत कला केंद्र के संगीत साधकों ने पंडित रघुनाथ तलेगांवकर द्वारा स्वरचित सरस्वती वंदना “शक्ति, भक्ति, युक्ति दे माता सरस्वती…!” प्रस्तुत की। इसके बाद विष्णु स्तवन “विष्णु दिगंबर भू लोक गंधर्व…!” एवं संगीत नक्षत्र पंडित केशव तलेगांवकर द्वारा रचित गीत, “सुरमई निनाद आया…!” का सुमधुर प्रस्तितुकरण संगीत कला केंद्र के संगीत साधकों द्वारा किया गया।
कार्यक्रम की प्रथम प्रस्तुति के रूप में ग्वालियर घराने की शास्त्रीय गायिका शाश्वती मंडल ने राग मारवा में विलंबित तीन ताल, मध्य लय एक ताल, उसके बाद राग सोहनी एवं भटियार के मेल से मध्य लय तीन ताल में बंदिश प्रस्तुत की जो कि पंडित कुमार गंधर्व द्वारा रचित है। आपने अपने कार्यक्रम का समापन, ग्वालियर घराने की विशिष्ट गायकी, राग काफ़ी में निबद्ध टप्पा अध्या त्रिताल में प्रस्तुत करके किया। आपके गायन में स्वरों का ठहराव, तानों की तैयारी स्पष्ट रूप से झलक रही थी। आपके गायन के साथ संवादिनी पर पंडित रविन्द्र तलेगांवकर एवं तबले पर महमूद खां (चंडीगढ़) ने सूझबूझ भरी संगत की।
प्रथम सभा की अंतिम प्रस्तुति के रूप में मैहर परंपरा के सुविख्यात सितार वादक, पंडित सुगतो नाग का सुमधुर सितार वादन रहा। आपने सितार वादन में राग जयजयवंती में विलंबित तीन ताल, द्रुत एक ताल और द्रुत तीन ताल की प्रस्तुति की। अंत में राग भैरवी में रचना प्रस्तुत कर कार्यक्रम का समापन किया। आपके सितार वादन में अलौकिक स्वरों का आनंद प्राप्त हुआ। आपके साथ तबले पर जयपुर के पीयूष राव ने कुशलतापूर्वक संगत की।
इस अवसर पर शाश्वती मंडल को संस्कृति वाहक एवं पंडित सुगतो नाग को संगीत नक्षत्र पंडित केशव तलेगांवकर की स्मृति में स्थापित संगीत नक्षत्र की उपाधि से ट्रस्ट के पदाधिकारियों विजय पाल सिंह, अनिल वर्मा, प्रतिभा तलेगांवकर (न्यासी) ने उपवस्त्र, सम्मान पत्र एवं माल्यार्पण करके सम्मानित किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन श्रीकृष्ण एवं डॉ. मेघा राव ने किया।