नहीं रहे ग्राफिक डिजाइनिंग के भीष्म पितामह जीपीएस राघव!
प्रसिद्ध ग्राफिक डिजाइनर जीपीएस राघव पिछले कई सालों से अस्वस्थ चल रहे थे।
आज पैरालाइसिस अटैक के चलते 71 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया।
ब्रज पत्रिका, आगरा। लगभग पाँच दशक से ग्राफिक डिजाइनिंग के क्षेत्र में अपनी रचनात्मकता से भीष्म पितामह के रूप में पहचान बनाने वाले प्रसिद्ध ग्राफिक डिजाइनर जीपीएस राघव ने आज प्रातः एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। वे पिछले कई सालों से अस्वस्थ चल रहे थे। आज पैरालाइसिस अटैक के चलते 71 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया। उनकी सक्रियता ग्राफिक डिजाइनिंग के साथ-साथ साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में भी खासी रही है। उनके निधन से लोगों के बीच शोक की लहर व्याप्त हो गयी है। वे अपने पीछे पुत्र अभिनव रघुवंशी और पुत्री प्रतीक्षा रघुवंशी को छोड़कर गए हैं।
पाँच दशक पूर्व की थी ‘ग्राफिक डिजाइनिंग’ में करियर की शुरुआत
एक समय जब कंप्यूटर नहीं थे, उस वक्त जीपीएस राघव ने हाथ से स्केच बनाकर ग्राफिक डिजाइनिंग की शुरुआत की, रोचक पहलू यह भी है कि कंप्यूटर आने के बाद आगरा में पहला कंप्यूटर लगाकर ग्राफिक डिजाइनिंग को उन्होंने आगे बढ़ाया। उनकी फोटोग्राफी में भी खास रूचि थी, उन्होंने कई बड़े प्रोडक्ट के लिए फोटोग्राफी की।
उनकी खास बात यह थी कि वह तकनीकी रूप से अपने आपको हमेशा अपग्रेड रखते थे, आधुनिक कैमरे और कंप्यूटर की लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का वे आज तक इस्तेमाल करते चले आ रहे थे। अस्वस्थ होने के बावजूद भी उन्होंने अपने इस प्रोफेशन को बदस्तूर जारी रखा। अपने निवास पर कंप्यूटर पर कार्य करते हुए उन्हें अक्सर देखा जाता था। उन्होंने ‘ब्यूटी सर्कल’ के नाम से एक पत्रिका का प्रकाशन भी करके अपनी रचनात्मकता का परिचय दिया था।
अपने जीवन में तमाम प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर के सम्मान भी उनको प्राप्त हुए, उन्होंने ग्राफिक डिजाइनिंग के क्षेत्र में सैकड़ों युवाओं को प्रशिक्षित भी किया। वर्तमान में उनकी विरासत को उनके पुत्र अभिनव रघुवंशी बखूबी आगे बढ़ा रहे हैं, वहीं उनकी पुत्रवधू फैशन डिज़ाइनर के तौर पर अच्छा मुकाम हासिल कर रही हैं। वहीं उनकी बिटिया प्रतीक्षा रघुवंशी भी शिक्षा जगत में एक अहम मुकाम हासिल कर अध्यापन कार्य में जुटी हुईं हैं।