राम गोपाल सिंह चौहान की रंगमंचीय विरासत को सहेजकर आगरा की सांस्कृतिक रंगत को बरकरार रखेंगे रंगकर्मी
आगरा। हम ललित कला मंच के संस्थापक और रंगकर्म के पुरोधा श्री रामगोपाल सिंह चौहान साहब की पुण्यतिथि के अवसर पर होटल ग्राण्ड में जड़ों से दूर होता नाटक विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर रूप सज्जा कला के जरिये दशकों तक रंगमंच की दुनिया में अपनी सेवाएं देने वाले श्री राजनारायण शर्मा का दस हज़ार रुपये की सम्मान राशि देकर डॉ. डीवी शर्मा और डॉ. अशोक शर्मा द्वारा संयुक्त रूप से सम्मान किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि हिंदुस्तान समाचार पत्र समूह के प्रधान संपादक श्री शशि शेखर थे। मुख्य वक्ता उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान की पूर्व संयुक्त निदेशक डॉ. विद्या बिंदु सिंह थीं। अध्यक्षता मशहूर कवि और फ़िल्म पटकथा लेखक और गीतकार श्री रामेन्द्र मोहन त्रिपाठी ने की। संस्था के अध्यक्ष श्री अश्वनी शर्मा और प्रील्यूड पब्लिक स्कूल के निदेशक श्री सुशील गुप्ता विभव भी मंचासीन थे। स्वागत भाषण श्री विनय पतसारिया ने किया। विषय प्रवर्तन श्री नवनीत चौहान ने किया। संचालन संस्था के संयोजक श्री हरीश सक्सेना चिमटी ने किया। वरिष्ठ रंगकर्मी श्री बसंत रावत, श्री दीपक जैन, श्री चंद्र शेखर, श्री रूपेश आदि ने नाटकों में प्रयुक्त गीतों की संगीतमयी प्रस्तुति से मन मोह लिया।