प्रेम इतना करो जग से कि यह पत्थर भी पिघल जाए…!
सेवानिवृत्त प्लाटून कमांडर हरिओम सिंह का प्रथम काव्य संग्रह ‘युग चिंतन’ लोकार्पित।
गायिका निशिराज द्वारा संग्रह के दो गीतों की संगीतबद्ध प्रस्तुति और उनके वीडियो फिल्मांकन ने किया मंत्रमुग्ध।
सात्विक विचारों के साथ समाज को आईना भी दिखाती हैं ये कविताएँ-रानी पक्षालिका सिंह
काव्य संग्रह में राष्ट्र, समाज एवं नारी के प्रति लोगों की थोथी मानसिकता का हुआ है हृदय स्पर्शी चित्रण-डॉ. मंजू भदौरिया
भारत के सुंदर, संपूर्ण एवं शांतिपूर्ण भविष्य के लिए वैचारिक परिवर्तन जरूरी-हरिओम सिंह
ब्रज पत्रिका, आगरा। सेवानिवृत्त प्लाटून कमांडर हरिओम सिंह द्वारा रचित और ब्लू रोज पब्लिशर्स से प्रकाशित प्रथम काव्य संग्रह ‘युग चिंतन’ का लोकार्पण सोमवार को हरीपर्वत स्थित होटल सॉलिटेयर में आगरा व प्रदेश के गणमान्य लोगों द्वारा किया गया।
मुख्य अतिथि विधायक रानी पक्षालिका सिंह ने इस मौके पर कहा कि,
“ये कविताएँ सात्विक विचारों के साथ-साथ समाज को आईना भी दिखाती हैं।”
विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. मंजू भदौरिया ने कहा कि,
“इस संग्रह में राष्ट्र, समाज एवं नारी के प्रति लोगों की थोथी मानसिकता का चित्रण किया गया है।”
पूर्व कैबिनेट मंत्री राजा अरिदमन सिंह, पूर्व विधायक डॉ. राजेंद्र सिंह, हास्य कवि पवन आगरी, समाजसेविका डॉ. हृदेश चौधरी, फुफुक्टा अध्यक्ष डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान, क्षत्रिय सभा के जिलाध्यक्ष भँवर सिंह चौहान और संतोष सिकरवार ने भी युग चिंतन की सराहना की। डॉ. राकेश मोहनिया ने समारोह की अध्यक्षता की।
लोकार्पित कृति के रचनाकार हरिओम सिंह ने कहा कि,
“आज भी हमारा समाज थोथी मानसिकता का कहीं ना कहीं गुलाम है। भारत के सुंदर, संपूर्ण एवं शांतिपूर्ण भविष्य की कल्पना को साकार करने के लिए वैचारिक परिवर्तन जरूरी है। मेरा लेखन इसी दिशा में एक रचनात्मक प्रयास है।”
निशिराज की मधुर गायकी ने जीता दिल
समारोह में लोकार्पित कृति से सुप्रसिद्ध गायिका निशिराज द्वारा लयबद्ध और स्वरबद्ध दो गीतों का खूबसूरत वीडियो फिल्मांकन स्क्रीन पर दिखाया गया तो निशि राज की मधुर गायकी और हरिओम सिंह के गीतों ने सबका दिल जीत लिया।
निशिराज ने सुनाया,
“प्रेम इतना करो जग से, यह पत्थर भी पिघल जाए। तपाओ आग में खुद को इतना, दोष हर एक जल जाए…!”
निशिराज ने इस गीत को भी स्वरों में पिरोया,
“थपकी देकर द्वार-द्वार पर उषा भैरवी गाती है। नव संदेश सुनाती है…!”
समारोह का संचालन क्षत्रिय सभा के जिला महामंत्री गजेंद्र सिंह परमार ने किया। दयानंद सिकरवार आयोजक और हेमंत सिकरवार संकलनकर्ता रहे। राकेश प्रधान, प्रीति परमार, सुधा परमार, संतोष गहलौत, इंजीनियर अवनीश कुमार, कृष्णा शर्मा, मास्टर हरेंद्र सिंह चौहान, राजकुमार पुंडीर और चंदू भदौरिया भी प्रमुख रूप से शामिल रहे।