साहित्य साधिका समिति की ऑनलाइन काव्य गोष्ठी आयोजित, अमी आधार ‘निडर’ को दी श्रद्धाजंली!
समिति की शिक्षक सदस्यों को सम्मानित किया गया और कहानी, उपन्यास, समालोचना एवं सम्पादन के विभिन्न पड़ावों से गुजरते हुए उत्कृष्ट साहित्यिक सेवाओं के लिए अलीगढ़ की डॉ. नमिता सिंह को ‘साहित्य साधिका सम्मान २०२०’ प्रदान किया।
नगर के प्रतिष्ठित पत्रकार व साहित्यकार, प्रखर वक्ता, ‘हिचकी’ के यशस्वी सम्पादक अमी आधार ‘निडर’ के असमय निधन पर समिति की ओर से अश्रुपूरित श्रद्धांजली दी गई।
ब्रज पत्रिका, आगरा। हिन्दी का हो उन्नयन,बढ़े मान-सम्मान । हर मन को होने लगे,उजियारे का भान ।। शिक्षा धरती मात है,गुरुवर ज्यों आकाश। मेधा बन गुरु बरसते,बुझे शिष्य की प्यास…! रमा वर्मा ‘श्याम’ के इन शब्दों को चरितार्थ करती ‘साहित्य साधिका समिति,आगरा ‘की हिन्दी के उन्नयन और शिक्षकों के सम्मान को सपर्पित ऑनलाइन काव्य गोष्ठी में हैदराबाद की डॉ. कुमुदबाला अध्यक्ष रहीं और मुख्य अतिथि रहीं बाँसवाड़ा (राजस्थान )की डॉ. दीपिका राव एवं विशिष्ट अतिथि फ़र्रुख़ाबाद की कमलेश त्रिवेदी। शांति नागर, डॉ. नीलम भटनागर और डॉ. सुषमा सिंह ने कार्यक्रम को गरिमामय बनाया।
अंग्रेज़ी की मानसिक ग़ुलामी को हिन्दी के विकास के मार्ग में सबसे बड़ा रोड़ा माना गया। देवनागरी लिपि की वैज्ञानिकता को हिन्दी का सर्वाधिक सबल पक्ष माना गया। आज के परिवेश में शिक्षक को और अधिक सजग एवं कर्तव्यपरायण होने की आवश्यकता को रेखांकित किया गया। समिति की शिक्षक सदस्यों को सम्मानित किया गया और कहानी, उपन्यास, समालोचना एवं सम्पादन के विभिन्न पड़ावों से गुजरते हुए उत्कृष्ट साहित्यिक सेवाओं के लिए अलीगढ़ की डॉ. नमिता सिंह को ‘साहित्य साधिका सम्मान २०२०’ प्रदान किया।
डॉ. रमा रश्मि ने सरस्वती वन्दना को स्वर दिए। डॉ. रेखा कक्कड़, डॉ. भावना, डॉ. मिथिलेश पाठक, डॉ. शशि सिंह, मीरा परिहार, विजया तिवारी, डॉ. मीता माथुर, माया अशोक, रिचा गुप्ता, अंकिता कुलश्रेष्ठ, प्रेमलता मिश्रा, डॉ. मधु त्रिवेदी, राजश्री यादव, डॉ. मधु भारद्वाज, राज कुमारी चौहान, डॉ. ममता भारती, प्रार्थना मिश्रा, मनीषा सिंह, मंजु यादव, रेखा शर्मा, रितु गोयल, अर्चना शर्मा, डॉ. प्रभा गुप्ता, साधना वैद आदि ने हिंदी और शिक्षक की स्थिति और महिमा का गान किया। यशोधरा यादव ने संचालन किया।