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डॉ. रेखा पतसरिया आगरा कॉलेज की प्राचार्य, डॉ. विनोद माहेश्वरी सेवानिवृत्त

ब्रज पत्रिका। आगरा कॉलेज में डॉ. रेखा पतसरिया ने 24 जुलाई को की शाम प्राचार्य पद का कार्यभार ग्रहण किया। उन्होंने डॉ. विनोद माहेश्वरी से प्राचार्य पद की जिम्मेदारी अपने हाथों में ली है। डॉ. विनोद माहेश्वरी 25 जुलाई को आगरा कॉलेज से रिटायर हो रहे हैं।

इस मौके पर शहर के गणमान्य लोग भी मौजूद थे। जिनमें आगरा शहर के प्रमुख उद्यमी, साहित्यकार, पत्रकार, रंगकर्मी, अधिवक्तागण, शिक्षकगण, राजनीतिक क्षेत्र की शख़्शियतें आदि शामिल रहीं। इस वक़्त कोरोना महामारी के खतरे के मद्देनजर पूरी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ आयोजित इस पदभार ग्रहण कार्यक्रम में विशेष रूप से उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री चौधरी उदयभान सिंह और सांसद एसपी सिंह बघेल भी मौजूद थे।

नव नियुक्त प्राचार्य डॉ. रेखा पतसरिया का परिचय 

आगरा कॉलेज के गरिमामयी प्राचार्य पद पर आसीन हुईं डॉ. रेखा पतसरिया इस वक़्त आगरा कॉलेज के हिंदी विभाग की अध्यक्ष भी हैं। हिंदी की लब्धप्रतिष्ठित विद्वान और लेखिका डॉ. रेखा पतसरिया रंगमंच के क्षेत्र में भी एक जाना पहचाना नाम हैं।

उनका जन्म विशुद्ध सांस्कृतिक वातावरण से परिपूर्ण डॉ. रामगोपाल सिंह चौहान के परिवार में हुआ था। जो कि लंबे समय तक रंगमंच की दुनिया का एक जाना-पहचाना नाम रहे हैं। वह हिंदी रंगमंच के पितामह भी कहे जाते हैं। आगरा कॉलेज में ही उन्होंने लंबे समय तक अध्यापन कार्य किया था।

प्राचार्य डॉ. रेखा पतसरिया ने 1980 में इसी कॉलेज से हिंदी में एमए किया था। इसके बाद 1987 में केएमआई के निदेशक और नवभारत टाइम्स के प्रधान संपादक रहे हिंदी के ख्यातिप्राप्त विद्वान और मशहूर लेखक डॉ. विद्यानिवास मिश्र के निर्देशन में अपना शोध कार्य पूर्ण किया।

डॉ. रेखा पतसरिया ने 15 सितंबर 1983 को आगरा कॉलेज के हिंदी विभाग में प्रवक्ता के पद पर अध्यापन कार्य शुरू किया। अध्यापन के साथ वह अकादमिक गतिविधियों में भी सक्रिय रहीं। अनेक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय शोध पत्र एवं पत्रिकाओं में उनके सारगर्भित लेख प्रकाशित हुए हैं।

इनके अलावा अभी तक उनकी तीन पुस्तक भी प्रकाशित हुई हैं, जिनमें कहानी संग्रह ‘सिर्फ एक दिन अपने लिए’ अभी कुछ समय पूर्व ही एक भव्य समारोह में प्रकाशित हुआ था। इसके अलावा वह आगरा कॉलेज की विभिन्न समितियों, प्रानुशासक मंडल, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समिति में भी रही हैं। आगरा कॉलेज की पत्रिका ‘वाणी’ का संपादन भी उन्होंने किया है।

प्रख्यात रंगकर्मी, अधिवक्ता व साहित्यकार श्री विनय पतसारिया की धर्मपत्नी डॉ. रेखा पतसरिया हम ललित कला मंच द्वारा मंचित किए गए नाटकों में अभिनय द्वारा रंगमंच जगत में अपनी अभिनय प्रतिभा की भी धाक जमा चुकी हैं। इसके अलावा स्क्रिप्ट लेखन का भी कार्य बखूबी किया है।

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