गीतकार शैलेंद्र के सौवें जन्म दिवस की पूर्व संध्या में आयोजित हुई शैलेंद्र स्मृति संगीत संध्या ‘जीना इसी का नाम है’
ब्रज पत्रिका, आगरा। भारतीय बैंकर्स क्लब के तत्वावधान में सिने गीतकार शैलेंद्र को समर्पित संगीत संध्या का आयोजन ग्रीन हाउस पर किया गया। आयोजन का शुभारंभ डॉ. प्रदीप श्रीवास्तव की सरस्वती वंदना से हुआ। डॉक्टर रमेश आनंद, असीमानंद और जगमोहन गुप्ता ने इस मौके पर अपने उदगार व्यक्त किये। जीना इसी का नाम है गीत को डॉक्टर आन्शवना ने प्रस्तुत किया।
इस मौके पर चंद्रशेखर ने कहा कि,
“हिंदी को पूरे विश्व में सम्मान दिलाने में फिल्मी दुनिया का और फिल्मी गीतों का बहुत बड़ा हाथ है और खासतौर से शैलेंद्र, भरत व्यास और नीरज ने हिंदी को फिल्मी गीतों के माध्यम से विश्व में प्रतिष्ठित किया।”
इस मौके पर सुशील सरित ने उनके कई गीतों को गाकर उनको अपनी भावपूर्ण स्वरांजलि अर्पित की। कई गायकों ने उनके गीतों को गाकर उन्हें याद किया। झूमती चली हवा याद आ गया कोई, याद न जाए बीते दिनों की, दोस्त-दोस्त न रहा, जहां में जाती हूं वहीं चले आते हो, ओ सजना बरखा बहार आई आदि गीतों को प्रस्तुत किया गया। गायकों के साथ तबले पर परमानंद ने संगत की। धन्यवाद ज्ञापित किया सुधीर शर्मा ने।