देश-विदेश के 126 रचनाकारों की भगवान श्रीराम के जीवन चरित्र पर आधारित रचनाओं के दो खंडों में संकलन ‘जन रामायण’ का अयोध्या में हुआ लोकार्पण
राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सभी नागरिक एक हों : संत कमलनयन दास
आगरा से संजय गुप्त सहित देश-विदेश के 111 रचनाकारों को साहित्योदय रामरत्न सम्मान।
ब्रज पत्रिका, अयोध्या। मणिराम छावनी अयोध्या राम जन्मभूमि के उत्तराधिकारी संत शिरोमणि कमलनयन दास महाराज ने कहा है कि राष्ट्र की रक्षा के लिए एकजुटता जरूरी है। देश के सभी नागरिक सारे भेदभाव को भुलाकर एक हो जाएं, तभी राष्ट्र की रक्षा हो सकेगी और हमारा देश पुनः विश्व गुरु बनेगा।
साहित्य, कला और संस्कृति की संस्था ‘साहित्योदय’ के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय श्री राम लला अंतरराष्ट्रीय साहित्योत्सव का उदघाटन करते हुए उन्होंने कहा कि,
“भगवान श्रीराम जब जंगल में 14 वर्ष के लिए गए और वहां पर जंगलराज समाप्त करके सभी लोगों को अपनाया तभी रामराज्य स्थापित हो गया। देश के विकास में जनसंख्या असमानता बाधक है, जिसे दूर करने के लिए साहित्य मनीषियों को आगे आना होगा।”
कार्यक्रम में देश-विदेश के 126 रचनाकारों की भगवान श्रीराम के जीवन चरित्र पर आधारित रचनाओं के दो खंडों में संकलन ‘जन रामायण’ का लोकार्पण प्रख्यात साहित्यकार डॉ. उदय प्रताप सिंह, डॉ. बुद्धिनाथ मिश्र तथा लोक गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने किया। भोजपुरी लोक गायिका विजया भारती, मोहित कुमार तथा डॉ. रिचा शर्मा ने भजन प्रस्तुत किए।
अध्यक्षता करते हुए डॉ. उदय प्रताप सिंह ने कहा कि,
“राम पर जितनी बार भी कहा जाता है, वह हमेशा नया लगता है। अपनी सनातन शक्ति के उत्थान के लिए रचनाकारों को सदैव सक्रिय रहना चाहिए।”
साहित्योदय के संस्थापक अध्यक्ष पंकज भूषण पाठक प्रियम ने बताया कि,
“नवोदित रचनाकारों को लेकर आरम्भ हुई साहित्योदय की यह यात्रा विश्व कीर्तिमान बनाती हुई आगे बढ़ रही है। इंटरनेशनल बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा जन रामायण महाकाव्य और महोत्सव को नामित किया गया है। साहित्योदय द्वारा गत वर्ष 5-6 दिसम्बर को जन रामायण पर साढ़े 26 घण्टे का ऑनलाइन कवि सम्मेलन करके वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया जा चुका है।”
समापन सत्र की अध्यक्षता हनुमान गढ़ी के महंत राजदास ने की। इस सत्र में अयोध्या राजपरिवार के उत्तराधिकारी वरिष्ठ साहित्यकार यतींद्र मिश्र, डॉ. बुद्धिनाथ मिश्र, विधायक वेद प्रताप गुप्ता, उप जिलाधिकारी संदीप श्रीवास्तव और आचार्य भागवत पाठक द्वारा 11 सत्रों में 111 कवियों द्वारा किए गए काव्यार्चन के लिए ‘साहित्योदय रामरत्न सम्मान’ प्रदान किए गए।
आगरा से आयोजन में सहभागी और सम्मानित कवि संजय गुप्त ने बताया कि,
“भगवान राम की प्राकट्य भूमि अयोध्या के जानकी महल में आयोजित साहित्योत्सव जन रामायण काव्यार्चन में देशभर के दो सौ से अधिक शीर्षस्थ साहित्यकार, कलाकार, साहित्य प्रेमी और रामभक्तों का महाकुंभ लगा। 18 नवम्बर की शाम राम की पैड़ी में दीपोत्सव से प्रारंभ जन रामायण महोत्सव का समापन 20 नवम्बर की देर रात को हुआ।”
आयोजन का संचालन विख्यात कवयित्री सुप्रीति चावला एवं राकेश रमण ‘रार’ ने किया। बेबाक जौनपुरी, अजय अंजाम, आचार्य भागवत पाठक आदि की विशिष्ट उपस्थिति रही। आयोजन में देश भर के विभिन्न साहित्यकारों की दो दर्जन पुस्तकों का भी विमोचन किया गया । संस्था के संरक्षक डॉ. बुद्धिनाथ मिश्र ने धन्यवाद ज्ञापित किया।