साहित्य कला व संस्कृति के संरक्षण की आवश्यकता है-डॉ. राजेंद्र पैंसिया
होटल होली-डे इन में आगरा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रहे डॉ. राजेन्द्र पैंसिया को दी गयी विदाई, ‘मैं आगरा हूँ’ पुस्तक का भी हुआ विमोचन।
ब्रज पत्रिका, आगरा। होटल होली-डे इन में दो जुलाई की शाम आगरा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रहे डॉ. राजेन्द्र पैंसिया को विदाई दी गयी, इस अवसर पर ‘मैं आगरा हूँ’ पुस्तक का विमोचन भी हुआ। इस अवसर पर आगरा विकास प्राधिकरण एवं ब्रज डेवलपमेंट काउंसिल द्वारा डॉ. राजेंद्र पैंसिया के स्थानांतरण पर सम्मान भी किया गया।
आगरा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रहे डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने कहा,
“साहित्य, कला व संस्कृति के संवर्धन और संरक्षण से ही हम दृढ़ता से आगे बढ़ सकते हैं और इसके लिए इन क्षेत्रों में संलग्न वरिष्ठजनों का वरद हस्त रहने पर सारा परिवेश पुष्पित और पल्लवित भी हो जाता है। वरिष्ठ साहित्यकारों व संस्कृतिकर्मियों को समाज के लोग पूरा सहयोग दें और उनके अनुभवों का लाभ उठाएं। ‘मैं आगरा हूं’ पुस्तक में आगरा के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक व पौराणिक विषयों पर तथ्यात्मक जानकारी दी गई है। यह आगरा के नागरिकों के साथ-साथ पर्यटकों के लिए भी लाभप्रद होगी।”
उन्होने रंजीत सामा निर्मित और सूरज तिवारी निर्देशित डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘मैं एडीए हूं’ तथा कुमार ललित लिखित और नारायण चौहान निर्देशित यू-ट्यूब पर जारी विडियो ‘आगरा का गीत’ को भी महत्वपूर्ण कृति बताया। पुस्तक के लेखक डॉ. उषा राजेंद्र पैंसिया और आदर्श नंदन गुप्ता हैं, जिसका प्रकाशन ओसवाल बुक्स ने किया है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भवेंद्र शर्मा ने कहा कि,
“मैं आगरा हूं नामक यह पुस्तक जिस मिशन और विजन को रख कर प्रकाशित की गई है, उसके दूरगामी परिणाम होंगे। इससे पाठकों को आगरा को ताज के अलावा भी सैकड़ों दर्शनीय आध्यात्मिक स्थलों का पता चलेगा।”
होटल उद्यमी अरुण डंग ने इस पुस्तक को उनके द्वारा 1990 में चलाए ‘आगरा बियांड द ताज’ अभियान की मजबूत कड़ी के रूप में बताया और कहा कि इससे पर्यटन उद्योग को लाभ मिल सकता है।
प्रो. लवकुश मिश्र ने कहा कि,
“आगरा नगर व जनपद के असंख्य देवालयों की पर्यटन की दृष्टि से ब्रांडिंग करने में यह पुस्तक मार्गदर्शक के रूप में कार्य करेगी।”
प्रमुख उद्योगपति पूरन डावर ने कहा कि,
“आगरा के साहित्य जगत में एक ऐसी ही पुस्तक की आवश्यकता थी जिसे डॉ. राजेंद्र पैंसिया के निर्देशन में प्रकाशित किया गया।”
वक्ताओं में मुख्य अभियंता चक्रेश जैन, सहायक अभियंता सतीश राजपूत, अपर जिलाधिकारी प्रशासन अजय कुमार सिंह, उप निदेशक उद्यान कौशल कुमार नीरज, ओसवाल बुक्स के नरेश जैन, फिल्म प्रोड्यूसर रंजीत सामा, पवन सिंह, डॉ. ज्योत्सना शर्मा आदि ने विचार रखे। पुस्तक के लेखक आदर्श नंदन गुप्ता अस्वस्थ हैं, उनके विचार उनके भाई संजय गुप्त ने पढ़कर सुनाए। कार्यक्रम में कवियत्री डॉ. ज्योत्सना शर्मा ने अपना एक गीत सुनाया। इस मौके पर डॉ. राजेंद्र पैंसिया को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर पर डॉ. रंजना बंसल, राजीव वासन, मनमोहन निरंकारी, मधुकर चतुर्वेदी, सूरज तिवारी, संजय गुप्त, मयंक अग्रवाल, पंकज खंडेलवाल, अरविन्द शर्मा, राजेश उपाध्याय, अनिल शर्मा, आर.डी. शर्मा, बृजेश शर्मा, अजय शर्मा, शरद गुप्त, डॉ. भानु प्रताप सिंह, डॉ. महेश धाकड़, सत्यभूषण सिंह, प्रभात कुमार, विवेक, सुधांशु शर्मा, बृजेश शुक्ला, धर्मवीर चौहान आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
जिला शासकीय अधिवक्ता अशोक चौबे ने अतिथियों का स्वागत किया तथा संचालन सुशील सरित ने किया। धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. डी वी शर्मा ने किया।
‘मैं आगरा हूं’ पुस्तक
डॉ. उषा राजेंद्र पेंसिया व आदर्श नंदन गुप्ता द्वारा लिखित पुस्तक ‘मैं आगरा हूँ’ में आगरा की कला, संस्कृति, अध्यात्म, साहित्य आदि पर रोचक एवं तथ्यात्मक आलेख हैं जिससे यह पुस्तक आगरा के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज बन गई है। शोधार्थियों के लिए महत्वपूर्ण शोधग्रन्थ है, 128 पृष्ठ की इस बहुरंगी पुस्तक को ओसवाल बुक्स एन्ड लर्निंग प्राइवेट लिमिटेड ने प्रकाशित किया है। सह प्रकाशन उपकार प्रकाशन है। डिजाइन नागेंद्र मोहन शर्मा ने किया है।