रोग निवारण, स्वास्थ्य संवर्धन के लिए योग आज जन-जन की अनिवार्य आवश्यकता है : बी.के. अश्विना दीदी
गोपी चंद शिवहरे कन्या इंटर कॉलेज के सदर स्थित प्रांगण में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व बेला में आयोजित योग शिविर समापन समारोह में योगा के साथ-साथ नृत्य योगा का भी किया प्रदर्शन।
ब्रज पत्रिका, आगरा। नृत्य ज्योति कथक केंद्र एवं ब्रह्माकुमारीज ईदगाह केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व बेला में योगा के साथ-साथ नृत्य योगा का समावेश किया गया। यह अभिनव प्रयोग नृत्य ज्योति कथक केंद्र की निर्देशिका बहन ज्योति खंडेलवाल एवं उनकी टीम ने किया।
19 जून को प्रातः 5:30 से 7:30 के मध्य गोपी चंद शिवहरे कन्या इंटर कॉलेज के सदर स्थित प्रांगण में आयुष मंत्रालय के सामान्य योग अभ्यास सत्र के तहत आयोजित कार्यक्रम में राजयोगी बी.के. अमर भाई ने मंगलाचरण, वंदना से शुभारंभ कर चालन क्रियाएं, शिथिलीकरण, योगासन सहित प्राणायाम का अभ्यास कराते हुए शांति पाठ कराया।
अपर आयुक्त आगरा मंडल साहब सिंह (आईएएस) ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि,
“योग की यह ज्योति घर-घर में जलनी ही चाहिए।”
बी.के. अश्विना दीदी ने कहा कि,
“रोग निवारण, स्वास्थ्य संवर्धन के लिए योग आज जन-जन की अनिवार्य आवश्यकता है। जीवन में योग का प्रयोग निरंतर हो तब ही जीवन योगी जीवन कहा जा सकता है। मन को परमात्म शक्तियों के साथ जोड़कर कर्म इंद्रियों पर नियंत्रण प्राप्त जीवन ही सच्चा सुख प्राप्त कर सकता है।”
वरिष्ठ सांस्कृतिक पत्रकार डॉ. महेश धाकड़ ने कहा कि,
“बतौर अखबारनवीस खबरों की दुनिया से जुड़ा होने के कारण विगत 20 वर्षों से अधिक से भी संस्थान की योग साधना को देखकर प्रसन्नता होती है। वेदों की ऋचाएं सर्वे भवंतु सुखिन:, सर्वे संतु निरामयाः का संदेश दे रही हैं। यानि सभी लोग इस धरा के सुखी रहें और सभी लोग स्वस्थ भी रहें।”
पंडित डॉ. देवाशीष गांगुली ने संगीत गीत को योग साधना में सहायक बताते हुए नृत्य योग का महत्व बताया। कार्यक्रम में अरविंद सिंह (वरिष्ठ संपादक न्यूज़ नेक्स्ट इंडिया), विजय बंसल (निवेशक, न्यूज़ नेक्स्ट इंडिया), डॉक्टर ममता बंसल (चित्रकला प्रवक्ता, ललित कला संस्थान), संगीतज्ञ मीता गांगुली (प्रवक्ता, केंद्रीय हिंदी संस्थान) भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर नवोदित कलाकारों को दक्षता प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए।