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बल्केश्वर पार्क में छाया भगवान कृष्ण के प्राकट्योत्सव का उल्लास

विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट ने गौ सेवा सँग घर-घर तुलसी पूजन का दिया संदेश।

कन्हैया के आने पर जिस तरह कंस के कारागृह में लगे सारे ताले खुल गए, उसी तरह भगवान कृष्ण के चरण पकड़ लेने से बंद किस्मत के सारे ताले खुल जाते हैं – राष्ट्रीय संत पूज्य चिन्मयानंद बापू

ब्रज पत्रिका, आगरा। विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट आगरा इकाई द्वारा बल्केश्वर पार्क में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन सोमवार शाम राष्ट्रीय संत पूज्य चिन्मयानंद बापू ने जब भगवान श्री कृष्ण के जन्म का प्रसंग सुनाया तो हजारों भक्तों से खचाखच भरे और रंग बिरंगे गुब्बारों से सुसज्जित पंडाल में प्रभु के प्राकट्योत्सव का उल्लास देर तक छाया रहा।

नंद घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की…

पूर्विका बंसल के हाथों में सुशोभित लड्डू गोपाल, उपहार और खिलौने लुटाते मुख्य यजमान सुगंधी परिवार और भगवान के जयकारे लगाते-झूमते हजारों भक्त-श्रद्धालुओं ने ऐसा समाँ बाँधा कि सब अपलक निहारते ही रह गए।

कथा क्रम में पूज्य चिन्मयानन्द बापू ने समझाया कि,

“जिस तरह कंस के कारागृह में जब कन्हैया आए तो सारे ताले खुल गए, उसी तरह जिसने भगवान कृष्ण के चरण पकड़ लिए, उसकी बंद किस्मत के सारे ताले खुल जाते हैं। जहाँ भगवान का नाम जप होता है, वहाँ से भूत-पिशाच भाग जाते हैं। हरि नाम संकीर्तन से हमारे सारे विकार समाप्त हो जाते हैं। तत्र-मंत्र, जादू-टोना के चक्कर से कोई लाभ नहीं मिलने वाला। कलिकाल में पार जाने के लिए सबसे सरल उपाय है भगवन्नाम का जाप।”

माताओं का सिर ढका होना चाहिए

पूज्य बापू ने समझाया कि,

“माता का सर ढका ही होना चाहिए। सर ढकने से माता ब्रज की गोपी स्वरूप हो जाती है। माता का सिंदूर ही उसका पति है। इसे ढक कर रखें। जब से माताओं ने सिंदूर को खुला छोड़ा है, तब से पतिदेव भी…जय जय सियाराम…!”

गौ सेवा और तुलसी पूजन हर सनातनी के लिए जरूरी

सामाजिक सरोकारों से जुड़ी भागवत कथा में विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ पूज्य चिन्मयानंद बापू ने बलदेव गौशाला में जाकर जहाँ गौ माता का पूजन और सेवा की, वहीं कथा स्थल पर भक्तों को तुलसी पौधा वितरित कर घर-घर तुलसी पूजन का संदेश दिया।

उन्होंने कहा कि,

“हर सनातनी भाई-बहन के लिए गौ माता की सेवा और तुलसी का पूजन जरूरी है।”

इस दौरान विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल भी मंच पर मौजूद रहे। मयंक वैद्य ने संचालन किया।

गोवर्धन लीला सँग 56 भोग की दिव्य झाँकी आज

मुख्य संरक्षक एवं मार्गदर्शक डॉ. विजय किशोर बंसल, विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्ट्री समाजसेवी पार्षद मुरारी लाल गोयल एवं ट्रस्टी सुमन गोयल ने बताया कि,

“भागवत कथा के पाँचवें दिन मंगलवार को दोपहर 3:00 बजे से भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन होगा। गोवर्धन लीला के साथ छप्पन भोग की दिव्य झाँकी के भी दर्शन भक्तों को होंगे।”

ये रहे आरती में शामिल

कथा के विश्राम पर केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल, मुख्य यजमान सुगंधी परिवार की श्रीमती विनीता सुगंधी, गोविंद सुगंधी, अमित सुगंधी, हिमांशु सुगंधी, आशीष सुगंधी, तीरथ कुशवाह, कमलेश कुशवाह, नेहा गोयल, अदिति गोयल, शशि गुप्ता, अंकित अग्रवाल, नरेंद्र गुप्ता, संतोष गुप्ता, आलोक खंडेलवाल, सतीश गुप्ता, रोहित करीला, राजवीर शुक्ला एडवोकेट और अनंत कुमार जैन ने आरती उतारी।

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