प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने 2001 के संसद हमले में मारे गए शहीदों को श्रद्धांजलि दी!
हम 2001 में अपनी संसद पर हुए कायरतापूर्ण हमले को कभी नहीं भूल पाएंगे-प्रधानमंत्री
जिन्होंने हमारी संसद की रक्षा करते हुए अपने प्राण गंवाए। देश हमेशा उनका आभारी रहेगा-नरेंद्र मोदी
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी 2001 में संसद भवन की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
ब्रज पत्रिका। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2001 के संसद हमले में मारे गए शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए उनकी बहादुरी और साहस को याद किया है। वर्ष 2001 में 13 दिसंबर को संसद पर हुए हमले में जान गंवा चुके देश के अमर शहीदों का स्मरण करते हुए न सिर्फ उनके स्मारक पर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की बल्कि सोशल मीडिया पर भी उनके बलिदान को याद किया है। वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी 2001 में संसद भवन की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुर शहीदों को श्रद्धांजलि दी है।
प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा,
“हम 2001 में इस दिन अपनी संसद पर हुए कायरतापूर्ण हमले को कभी नहीं भूल पाएंगे। हम आज उन लोगों की वीरता और बलिदान का स्मरण करते हैं जिन्होंने हमारी संसद की रक्षा करते हुए अपने प्राण गंवाए। देश हमेशा उनका आभारी रहेगा।”
We will never forget the cowardly attack on our Parliament on this day in 2001. We recall the valour and sacrifice of those who lost their lives protecting our Parliament. India will always be thankful to them.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 13, 2020
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 13 दिसंबर 2001 में संसद भवन की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले देश के बहादुर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए संसद भवन परिसर में शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
गृहमंत्री ने अमित शाह ने 13 दिसंबर 2001 में संसद भवन पर हुए इस कायरतापूर्ण हमले की 19वीं बरसी पर अपने ट्वीट में कहा कि,
“2001 में लोकतंत्र के मंदिर संसद भवन पर हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले में दुश्मनों से लोहा लेते हुए अपना सर्वोच्च न्यौछावर करने वाले माँ भारती के वीर सपूतों को कोटि-कोटि नमन करता हूँ, कृतज्ञ राष्ट्र आपके अमर बलिदान का सदैव ऋणी रहेगा।”
pic.twitter.com/lbhn6FlTH9
— Amit Shah (@AmitShah) December 13, 2020
Paid floral tributes to the brave martyrs who laid down their lives while protecting our parliament in 2001 terrorist attack.
I bow to their exemplary courage and sacrifice. pic.twitter.com/oSffVIpIdf
— Amit Shah (@AmitShah) December 13, 2020
उल्लेखनीय है कि 13 दिसंबर 2001 को लश्करे तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी संसद परिसर में घुस आए थे, और उन्होंने अंधाधुंध फ़ायरिंग की थी। सुरक्षा बलों ने भीषण जवाबी कार्रवाई में उन्हें मार गिराया था। इस हमले में दिल्ली पुलिस के 5 पुलिसकर्मी, सीआरपीएफ़ की एक महिला कर्मी, संसद भवन के वॉच एंड वार्ड के दो कर्मी और एक माली की मृत्यु हो गई थी।इस हमले में एक पत्रकार भी घायल हुआ था, जिसकी बाद में मृत्यु हो गई थी।