ताजनगरी में हुई ‘लखनऊ डायरीज’ बुक लॉन्च
आगरा। लखनऊ की एक खास आवोहवा का एहसास 31 जनवरी की शाम एक दम क्लासिक माहौल में आगरा के होटल क्लार्क्स शीराज़ में साहित्यप्रेमियों ने किया। जहाँ मुगलिया और नवाबी दोनों ही संस्कृति का मिलन था लेखक और पुस्तक प्रेमियों के जरिये। एक तरफ जहाँ लखनवी लेखक पार्थसारथी सेन शर्मा थे, वहीं अपने मुगलिया विरासत के शहर आगरा के साहित्यप्रेमी अपने खास अंदाज़ में इस सहित्यमयी गुफ़्तगू का आनंद उठाने के लिये यहाँ जमे हुए थे। गुफ़्तगू के केंद्र में थी लेखक पार्थसारथी सेन शर्मा की पुस्तक “लखनऊ डायरीज”, जिसका इस समारोह में विमोचन हुआ। इस खास साहित्यिक संध्या में लखनऊ से शिरकत करने आये थे लेखक श्री चंद्रशेखर वर्मा और श्री विवेक पंडित जी। इस मौके पर जिलाधिकारी एनजी रवि कुमार भी मौजूद थे। दोनों ही लेखकों की इससे पहले आगरा बुक क्लब में पुस्तकें विमोचित हो चुकी थीं इस लिहाज से वे आगरा के पुस्तक प्रेमियों के बीच पहले से ही चिरपरिचित लेखक थे। लखनऊ डायरीज पुस्तक का विमोचन मुख्य अतिथि जिलाधिकारी श्री एनजी रवि कुमार, अतिथि लेखकों चंद्रशेखर वर्मा और विवेक पंडित सहित विशिष्ट अतिथियों संस्कृतिप्रेमी पर्यटन उद्यमी अरुण डंग जी, होटल क्लार्क्स शीराज़ के सीनियर वाईस प्रेसिडेंट देवाशीष भौमिक जी, प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल के निदेशक सुशील गुप्ता ने संयुक्त रूप से किया। इस साहित्यिक समारोह में शिरक़त कर रहे थीं आगरा की विभिन्न स्वनामधन्य शख़्शियतें। आगरा बुक क्लब की संस्थापक अध्यक्ष डॉ. शिवानी चतुर्वेदी जी ने लेखकों के साथ पैनल डिस्कशन में अहम भूमिका निभाई। एबीसी मेंबर प्राची जैन ने स्वागत भाषण दिया। डॉ. पल्लवी गोयल, डॉ. अंजली गुप्ता, ऋचा जैन ने तीनों अतिथि लेखकों श्री पार्थसारथी सेन शर्मा, श्री चंद्रशेखर वर्मा और विवेक पंडित का परिचय दिया व डॉ.महेश धाकड़, रूनु दत्ता, सुधा कपूर और नीलम मेहरोत्रा ने लेखकों का सम्मान किया।दूसरी ओर अतिथि लेखक श्री चंद्रशेखर वर्मा ने अपनी ताजातरीन पुस्तक से एक लघु कथा क्लब सदस्यों को सुनाई। रेखा कपूर ने आगरा बुक क्लब की अभी तक की यात्रा को बयां किया। फ़िल्म मेकर स्वप्ना गुप्ता ने ऑडियो विजुअल प्रेजेंटेशन के जरिये एबीसी की इस सफल यात्रा की अनूठे ढंग से बयानी की स्वाति जैन और सोनाली खंडेलवाल ने इस सहित्यमयी शाम का संचालन किया। आशुतोष ने अंत में धन्यवाद ज्ञापन देते हुए सभी को रात्रि भोज के लिये आमंत्रित किया।
तीन दोस्तों की कहानी है लखनऊ डायरी
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आगरा। बकौल लेखक श्री पार्थसारथी सेन शर्मा ये उपन्यास लखनऊ के तीन दोस्तों की दास्तान है जिसमें उनके बचपन से लेकर अपने अपने मुकाम तक पहुंचने की कहानी है। खास बात ये कि इसमें लखनवी आवोहवा का बखूबी एहसास लेखक ने इन तीनों दोस्तों की जिंदगी के जरिये कराया है। इन तीन दोस्तों में से एक पॉलिटिशियन बनने की राह पर अग्रसर है, तो दूसरा आईएएस बनने के लिए प्रयासरत है और तीसरा पत्रकार। इन दोस्तों की अपनी अपनी जीवन की संघर्ष गाथा के जरिये जहाँ लखनऊ की खांटी जिंदगी का दृश्यांकन है। वहीं उनकी अपनी अपनी रूमानी जिंदगी के जरिये लखनवी नज़ाकत और नफ़ासत के भी एहसास को इस उपन्यास में समेटा गया है।