उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चित्रकूट में आदिकवि महर्षि वाल्मीकि जी के आश्रम पर आयोजित अनुष्ठान, पूजन, हवन, आरती व अखंड रामायण के पाठ में सहभागिता की
ब्रज पत्रिका। चित्रकूट में आदिकवि महर्षि वाल्मीकि जी के आश्रम पर आयोजित अनुष्ठान, पूजन, हवन, आरती व अखंड रामायण के पाठ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहभागिता की और संतों का सानिध्य प्राप्त किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा,
“प्रभु श्री राम के आदर्श चरित्र को कलमबद्ध करने वाले महर्षि वाल्मीकि जी को बारम्बार नमन! चित्रकूट की पावन धरा पर जन्म लेने वाले अत्यंत सौभाग्यशाली हैं। आज से हजारों वर्ष पूर्व प्रभु श्री राम को यहीं महर्षि वाल्मीकि जी का आशीर्वाद व सानिध्य प्राप्त हुआ था। महर्षि वाल्मीकि जी तथा उनकी कुटिया के दर्शन की मेरी चिर अभिलाषा आज पूज्य संतों के आशीर्वाद से पूर्ण हुई है। महर्षि वाल्मीकि जी ने प्रभु श्री राम को “रामो विग्रहवान धर्म:” कह कर धर्म का साक्षात स्वरूप कहा है। रामायणकालीन, ऐतिहासिक एवं पौराणिक पृष्ठभूमि की हजारों वर्षों की विरासत को चित्रकूट क्षेत्र स्वयं में समेटे हुए है। अतएव, इस दिव्य धरा के दर्शन हेतु मैं हृदय से आकांक्षी था। महर्षि वाल्मीकि जी का ही आधुनिक रूप हैं हमारे इस कालखंड के ऋषि पूज्य बाबा तुलसीदास जी, जिन्होंने श्रीरामचरितमानस के माध्यम से मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम की कथा को घर-घर तक पहुंचाने का कार्य किया। ऐसे महान देवतुल्य ऋषियों को कोटि-कोटि नमन।”