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गुरु पूर्णिमा के साथ सावन ने दी दस्तक, पृथ्वीनाथ मंदिर के हुए लाइव दर्शन

ब्रज पत्रिका, आगरा। अपनी नैसर्गिक छटा और तीज त्यौहारों के जरिये तन-मन और आत्मा को तरोताज़गी से भर देने वाला सावन का महीना छह जुलाई से शुरू होने जा रहा है। उससे एक दिन पूर्व यानि पांच जुलाई को गुरू पूर्णिमा उत्सव मनाया जा रहा है। ब्रजवासियों के लिए गुरू पूर्णिमा का विशेष महत्व है क्योंकि ब्रज भूमि गुरुओं और शिष्यों से पुष्पित पल्लवित होने वाली आध्यात्मिक भूमि रही है। हज़ारों आश्रम और उनमें लाखों शिष्य इस ब्रज भूमि की शोभा बढ़ाते रहे हैं।

ब्रज के सभी नगरों और महानगरों में भी इसका प्रभाव शुरू से ही दिखाई देता रहा है। मंदिरों को भी इस बार विशेष रूप से सजाया गया है हालांकि इस बार कोविड-19 यानि कोरोना वायरस के प्रकोप और महामारी के चलते मंदिरों में भक्तों की भीड़ नहीं उमड़ेगी। मंदिर प्रबंधकों और महंत परिवारों ने ऑनलाइन दर्शनों की व्यवस्थाओं द्वारा भक्तों को दर्शन लाभ कराने की ठानी है। प्राचीन श्री पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर के महंत परिवार और मंदिर प्रबंधन ने फेसबुक पेज द्वारा भक्तों को लाइव दर्शन की व्यवस्था की है।

श्री पृथ्वीनाथ मंदिर के महंत अजयानंद जी महाराज के मुताबिक हिंदू कैलेंडर का पांचवा महीना यानि श्रावण मास छह जुलाई को शुरू होने वाला है। इस बार सावन के महीने में 29 दिन ही रहेंगे, ऐसा शुक्लपक्ष की अष्टमी तिथि के क्षय होने के कारण होगा। इस बार सावन महीने की शुरूआत उत्तराषाढ़ा नक्षत्र और वैधृति योग में होगी। लेकिन बृहस्पति का अपनी ही राशि धनु में होना शुभ है। इसके साथ ही चंद्रमा मकर राशि में रहेगा। सावन में 25 से ज्यादा शुभ योग बन रहे हैं। इस महीने में 5 सोमवार का शुभ संयोग बनने से ये महीना और भी खास रहेगा।

सावन का पहला और आखिरी दिन सोमवार

सावन माह की शुरुआत 6 जुलाई को सोमवार से होगी और समापन भी 3 अगस्त सोमवार को ही होगा। इस बार सावन में पांच सोमवार भी आ रहे हैं, जो शुभ संकेत है। ऐसा ही संयोग 3 साल पहले 2017 में बना था। इस बार सावन महीने में 11 सर्वार्थ सिद्धि, 3 अमृत सिद्धि और 12 दिन रवि योग रहेंगे। इन शुभ योगों में की गई भगवान शिव की पूजा से विशेष फल मिलता है। पूजा-पाठ में शिवजी का अभिषेक करने से आयु, धन और स्वास्थ्य में वृद्धि होती है। सावन की पहली तिथि का उदय सोमवार को, श्रावण कृष्ण पक्ष प्रतिपदा की शुरुआत पाँच जुलाई रविवार को सुबह 10.15 से होगी, जो दूसरे दिन सोमवार को सुबह 9.25 तक रहेगी। सोमवार को प्रतिपदा उदयातिथि में होने के कारण सावन की शुरुआत सोमवार से ही मानी जाएगी।

इस बार सावन के महीने में पांच सोमवार पड़ेंगे

तीन सोमवार कृष्णपक्ष और दो शुक्ल पक्ष में होंगे। धर्म ग्रंथों के श्रावण माह में हर सोमवार को व्रत और भगवान शिव की पूजा करने से हर तरह की परेशानियां खत्म हो जाती हैं और बीमारियों से भी छुटकारा मिल जााता है। सावन सोमवार से ही सोलह सोमवार व्रत की शुरुआत होती हैं। श्रावण मास में 10 जुलाई को मोनी पंचमी, 14 जुलाई को मंगला गौरी व्रत, 16 जुलाई को एकादशी, 18 जुलाई को प्रदोष, 20 जुलाई को हरियाली अमावस्या, सोमवती अमावस्या, 23 जुलाई को हरियाली तीज के साथ ही 25 जुलाई को नागपंचमी और तीन अगस्त को रक्षाबंधन मनाया जाएगा।

श्रावण महीने के सोमवार
सोमवार, 06 जुलाई 2020 पहला सावन सोमवार व्रत
सोमवार, 13 जुलाई 2020 दूसरा सावन सोमवार व्रत
सोमवार, 20 जुलाई 2020 तीसरा सावन सोमवार व्रत
सोमवार, 27 जुलाई 2020 चौथा सावन सोमवार व्रत
सोमवार, 03 अगस्त 2020 पांचवां सावन सोमवार व्रत

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