सूर्यग्रहण चीन और अफगानिस्तान के लिए अशुभ, कुछ लोगों की राशियों के लिए ग्रहण शुभ तो कुछ के लिए अशुभ
डॉ. शोनू मेहरोत्रा
(ज्योतिष एवं वास्तु विशेषज्ञ)
ब्रज पत्रिका, आगरा। साल के सबसे बड़े दिन 21 जून को दुर्लभ खगोलीय घटना होगी। रविवार आषाढ़ अमावस्या को वलयाकार सूर्य ग्रहण लगेगा। इसे कंकणाकार ग्रहण भी कहते हैं। यह देश के कुछ भागों में पूर्ण रूप से दिखाई देगा। यह सूर्य ग्रहण साल 2020 का पहला सूर्य ग्रहण भी होगा। 21 जून को सूर्य ग्रहण दिन में 9:16 बजे शुरू होगा। इसका चरम दोपहर 12:10 बजे होगा। मोक्ष दोपहर में 3:04 बजे होगा।
सूतक काल 20 जून शनिवार रात 9:15 बजे से शुरू हो जायेगा। इसी के साथ शहर के मठ-मंदिर के पट भी बंद हो जाएंगे।
500 सालों में ऐसी स्थिति नहीं बनी
21 जून को दो बड़ी खगोलीय घटनाएं होंगी। दुर्लभ ग्रह स्थिति में सूर्य ग्रहण होगा। छह ग्रह वक्री रहेंगे, 500 सालों में ऐसी स्थिति नहीं बनी, साथ ही साल का सबसे बड़ा दिन भी होगा। सदी का ऐसा दूसरा सूर्य ग्रहण जो 21 जून को होने वाला है। इसके साथ-साथ दो बड़ी खगोलीय घटनाएं होंगी। कर्क रेखा पर सूर्य होगा और ग्रहण 12 में से 8 राशियों के लिए अशुभ रहेगा। इसमें सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा इस तरह आ जाएगा कि सूर्य का आधे से ज्यादा हिस्सा छिप जाएगा और कंगन की तरह दिखाई देगा। इसे रिंग ऑफ फायर भी कहा जाता है।
दूसरी घटना, 21 को ही सूर्य कर्क रेखा के ठीक ऊपर आ जाएगा। जिससे ये साल का सबसे बड़ा दिन भी होगा। ये सदी का दूसरा ऐसा सूर्य ग्रहण है, जो 21 जून को हो रहा है। इससे पहले 2001 में 21 जून को सूर्य ग्रहण हुआ था। यह ग्रहण राहु ग्रस्त है। मिथुन राशि में राहु सूर्य-चंद्रमा को पीड़ित कर रहा है। मंगल जल तत्व की राशि मीन में है और मिथुन राशि के ग्रहों पर दृष्टि डाल रहा है। इस दिन बुध, गुरु, शुक्र और शनि वक्री रहेंगे। राहु और केतु हमेशा वक्री ही रहते हैं। इन 6 ग्रहों की स्थिति के कारण ये सूर्य ग्रहण और खास हो गया है।
आगजनी, विवाद और तनाव के हालात बन सकते हैं। देश में इस ग्रहण का अशुभ असर दिखेगा।
अफगानिस्तान और चीन के लिए भी ग्रहण अशुभ रहेगा
वराह मिहिर के ज्योतिष ग्रंथ बृहत्संहिता के अनुसार इस ग्रहण पर मंगल की दृष्टि पड़ने से देश में आगजनी, विवाद व तनाव की स्थितियां बन सकती हैं। आषाढ़ महीने में ये ग्रहण होने से मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, कश्मीर और दिल्ली पर इसका विशेष असर देखने को मिलेगा। इनके साथ यमुना नदी किनारे बसे शहरों पर भी इसका अशुभ असर पड़ेगा। अफगानिस्तान और चीन के लिए भी ग्रहण अशुभ रहेगा। जो कि ग्रहण के साथ ही खत्म होगा। ये ग्रहण भारत, नेपाल, पाकिस्तान, सऊदी अरब, यूएई, इथियोपिया और कांगो में दिखाई देगा।
ग्रहण के दौरान निम्न सावधानियां बरतें
ग्रहण के समय घर से बाहर नहीं निकलें। ग्रहण से पहले स्नान करें। तीर्थों पर न जा सकें तो घर में पानी में गंगाजल मिलाकर नहाएं। ग्रहण के दौरान भगवान शिव के मंत्रों का जाप करें। श्रद्धा के अनुसार दान करना चाहिए। सूर्य ग्रहण के दौरान सोना, यात्रा करना, पत्ते का छेदना, तिनका तोड़ना, लकड़ी काटना, फूल तोड़ना, बाल और नाखून काटना, कपड़े धोना और सिलना, दांत साफ करना, भोजन करना, शारीरिक संबंध बनाना, घुड़सवारी, हाथी की सवारी करना और गाय-भैंस का दूध निकालना। इन सब बातों को नही करना चाहिए। ग्रहण के समय निकलने वाली नकारात्मक ऊर्जा से बचें। ग्रहण के समय ग्रह पीड़ित हो जाता है। ग्रहण के समय कई प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है जो बुरा प्रभाव डालती है इसलिए इस ऊर्जा से बचना चाहिए। क्योंकि ये ऊर्जा मनुष्य की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं। इसलिए ग्रहण के बाद स्नान करना चाहिए। ग्रहण के समय भोजन नहीं बनाना चाहिए और न ही भोजन करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को भी इस दौरान घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।
21 जून को लगने वाला सूर्य ग्रहण इस बार कई ज्योतिषिय घटना लेकर आ रहा है। इस ग्रहण पर छह ग्रह वक्री हो रहे हैं। इसका मतलब है कि ये ग्रह उल्टी चाल चलेंगे। इसका संबंध लोगों से भी हैं क्योंकि ग्रहों के वक्री होने से सभी राशियों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ेंगे। अगस्त तक ऐसी स्थिति रहेगी। इसके बाद सितंबर में कुछ राहत मिलने के संकेत दिखाई दे रहे हैं।
यह ग्रहण 12 में से 8 राशियों के लिए अशुभ रहेगा
अशुभ – वृष, मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक, धनु, कुंभ, मीन
सामान्य – मेष, मकर, कन्या और सिंह
ग्रहण व ग्रहों के वक्री होने का राशियों पर निम्न प्रभाव है
वृषभ-इस राशि वालों के लिए यह सूर्य ग्रहण आर्थिक तौर पर और नौकरी के क्षेत्र में परेशानियां लाएगा। इसलिए इससे सावधान रहने की जरूरत है। आर्थिक पक्ष और कार्य क्षेत्र के लिए नुकसानकारी रहेगा, ऐसे में थोड़ा सावधान रहें।
मिथुन-इस राशि वालों के लिए यह सूर्य ग्रहण अच्छा नहीं, इस राशि के लोगों को किसी विवाद में नहीं पड़ना है। सावधान होकर घर से निकलें। वाहन सावधानी से चलाएं। दुर्घटना में चोटिल होने की संभावना है। लड़ाई-झगड़ा भी हो सकता है।
कर्क-इस राशि वाले किसी भूमि और वाहन के चक्कर में न पड़ें। अपनी सेहत का ध्यान रखें। जमीन-जायदाद से जुड़े मसले पर विवाद होने की संभावना है।
वृश्चिक-इस राशि के लोगों को कोई चिंता सता सकती है। इसलिए सोच समझकर फैसले लें। आपको इस दौरान किसी प्रकार के कष्ट का सामना करना पड़ सकता है।
धनु-इस राशि वाले जीवनसाथी की सेहत का ध्यान रखें और सोच समझकर फैसले लें। दांपत्य जीवन को लेकर तनाव रहेगा। जीवन साथी की सेहत में गिरावट आ सकती है।
कुंभ-इस राशि के लोगों के लिए ग्रहण मानसिक तनाव लेकर आ रहा है। इन लोगों को ध्यान का सहारा लेना चाहिए। ग्रहण के अशुभ प्रभाव से आपको मानसिक बेचैनी रहेगी। आपको तनाव का सामना भी करना पड़ सकता है।
मेष-इस राशि के लोगों की सामाजिक प्रतिष्ठा में होगी वृद्धि, लोगों से मिलेगा मान-सम्मान।
सिंह-इस राशि के लोगों के दांपत्य जीवन में मधुरता आएगी। जीवन साथी के माध्यम से किसी प्रकार का आर्थिक लाभ हो सकता है।
कन्या-इस राशि के लोगों के लिए सूर्य ग्रहण कोई शुभ समाचार ला सकता है।
तुला-इस राशि के लोग इस समय खुद को शांत रखें क्योंकि आपका किसी से वाद-विवाद हो सकता है।
मकर-इस राशि वालों के लिए ग्रहण शुभ है। इससे आपको लाभकारी परिणाम प्राप्त होंगे।
मीन-इस राशि वालों की सेहत इस ग्रहण के अशुभ प्रभाव से बिगड़ सकती है। मानसिक तनाव का भी सामना करना पड़ सकता है।
सूर्य ग्रहण के बाद करें दान
सूर्य ग्रहण के दौरान राहु व केतु की वजह से जीवन अस्त-व्यस्त होने लगता है, अतः इससे बचने के उपाय हेतु इन वस्तुओं का दान करें। जूते-चप्पल, काले साबुत उड़द, काला सफेद या भूरा कम्बल, गर्म वस्त्र, काला छाता, तिल, सरसों का तेल, सप्तधान, नारियल, लोहे का पात्र, काला वस्त्र, सिक्के। यह समान किसी सफाई कर्मचारी को दान देना चाहिए।