भरतनाट्यम नृत्य से देश-दुनिया में धूम मचा रही हैं नृत्यांगना जुगनू किरण कपाड़िया
ब्रज पत्रिका, आगरा। भरतनाट्यम नृत्य की मशहूर कलाकार जुगनू किरण कपाड़िया जब अपनी प्रस्तुति देती हैं तो दर्शकगण मंत्रमुग्ध होकर उनके नृत्य का आनंद लेते दिखाई देता है। आगरा में अपनी प्रस्तुति से पूर्व ब्रज पत्रिका से एक खास मुलाकात में देश की लब्ध प्रतिष्ठित भरतनाट्यम नृत्यांगना जुगनू किरण कपाड़िया ने बताया शुरू से ही उनको नृत्य में गहरी अभिरुचि रही है। राज थिरण सौन्दर्यराजन नायडू से भरतनाट्यम नृत्य का प्रशिक्षण लेने के साथ ही उन्होंने भरतनाट्यम में एमए भी किया। पूर्ण रूप से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद नृत्य की दुनिया में वे आयीं और देश के प्रमुख सांस्कृतिक मंचों पर अपनी इस कला के प्रदर्शन से खूब नाम कमाया। उन्होंने कहा वे न सिर्फ प्रस्तुतियां देकर इस नृत्य को आगे बढ़ा रही हैं वरन अपनी नृत्य अकादमी के जरिये भी तमाम कलाकारों को प्रशिक्षण प्रदान कर रही हैं।
दूरदर्शन मुम्बई की ग्रेडेड आर्टिस्ट जुगनू किरण ने बताया उन्होंने अपने करीब 30 वर्ष के करियर में देश के करीब 22 राज्यों सहित विदेशी धरती पर भी इस शास्त्रीय नृत्य को प्रोत्साहित और संरक्षित किया है। नई दिल्ली के इंडियन हेबिटेट सेंटर में भी उन्होंने यादगार प्रस्तुतियां दी हैं। इसके अलावा श्रीलंका में उनकी प्रस्तुति के लिए इंडियन हाई कमिश्नर द्वारा कोलंबो में सम्मानित किया जा चुका है। विभिन्न सांस्कृतिक महोत्सवों में भी उन्होंने शानदार प्रस्तुतियां दी हैं। नारद गण सभा, शांति निकेतन के अलावा बनारस में प्रवासी भारतीयों के लिए गंगा घाट पर आयोजित कार्यक्रम में भी प्रस्तुति दी। भारत संस्कृति उत्सव, संस्कृत सम्मेलनम, महगामी गुरुकुल, इंडिया इंटरनेशनल डांस फेस्टिवल में भी नृत्य की यादगार प्रस्तुति दीं। वर्ष 2018 में इंटरनेशनल वोमन एम्पावरमेंट सम्मिट में श्री अटल बिहारी बाजपेयी अवार्ड देकर उनको सम्मानित किया जा चुका है। सूरत नगर निगम द्वारा भी उनको सम्मानित किया गया है। बकौल जुगनू किरण सिर्फ प्रस्तुतियों तक वे सीमित नहीं रही हैं उन्होंने नृत्य को लेकर एक पुस्तक भी लिखी है। इसके अलावा नृत्य को लेकर सार्थक और उपयोगी कार्यशालाओं का भी आयोजन किया।
उनको गुजरात संगीत नाटक अकादमी द्वारा ‘कल के कलाकार’ पुरस्कार भी प्रदान किया गया। गुजरात के संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित ‘युवा प्रतिभा शोध’ में भी वे विजेता रहीं हैं। टाटा एनसीपीए द्वारा उनको ‘गोल्डन अवार्ड’ प्रदान किया गया है। दुबई में ‘जेम टैलेंट’ के अलावा कई अन्य पुरस्कार भी प्राप्त किए हैं। नृत्य कला के क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए ही इंडियन कल्चरल सेंटर के संस्कृति भारत की आजीवन सदस्य बनाया गया है। साथ ही नेशनल डांस एडवाइजरी कमेटी का भी उनको सदस्य बनाया गया है।