मैया करियो सबकी रक्षा, कोरोना डरपावै रे…
ब्रज पत्रिका, आगरा। कोरोना के कारण आजकल पूरे देश में लौक डाउन है। लोग घरों में कैद हैं। ऐसे में जहां घरों के बाहर चिकित्सक, पुलिसकर्मी, पत्रकार, प्रशासनिक अधिकारी, समाजसेवी व राजनेता जरूरी भूमिकाएं निभा रहे हैं, वहीं घरों के अंदर कवि अपनी कविताओं के माध्यम से लोगों को जन जागरूकता का संदेश दे रहे हैं।
इस बीच चैत्र नवरात्र में आगरा के कवि कुमार ललित ने देवी मां से गुहार लगाई है कि वह महिषासुर की तरह इस कोरोना रूपी राक्षस का भी मर्दन करें और जन-जन को इसके आतंक और भय से मुक्ति दिलाएं। उन्होंने “कवि कुमार ललित की कविता” नाम से फेसबुक पेज बनाकर कोरोना से संबंधित कई गीत-कविताएं, दोहे आदि पोस्ट किए हैं, जिनको अच्छी-खासी संख्या में लोग देख रहे हैं और पसंद कर रहे हैं।
” मैया करियो सबकी रक्षा,
कोरोना डरपावै रे।
कोरोना डरपावै रे,
नैकहु नींद न आवै रे…।” उनका यह गीत फेसबुक के साथ-साथ व्हाट्सएप, योरकोट और इंस्टाग्राम टीवी पर भी छाया हुआ है। ब्रजभाषा की मिठास के साथ इस अनूठी पुकार ने सैकड़ों लोगों का ध्यान आकर्षित किया है।
इससे पूर्व, कोरोना पर जन- जागरूकता हेतु उनका ये ब्रजभाषा-गीत भी बेहद सराहा गया है। एक बानगी देखें-
” बाहर हवा बड़ी जहरीली, भैया बाहर मत जइयों। बाहर मत जइयों, अपने घर पै ही रहियों…।”