यूएस टैरिफ वार के बीच भारत के पास निर्यात बढ़ाने का अवसर : ए. बिपिन मेनन
राष्ट्रीय संगोष्ठी ‘निर्यात प्रोत्साहन’ का किया आयोजन, आगरा सहित विभिन्न जिलों के उद्यमियों ने लिया भाग।
केंद्र और राज्य सरकार के शीर्ष अधिकारियों ने निर्यात प्रोत्साहन से जुड़ी सरकार की योजनाओं की दी जानकारी।
ब्रज पत्रिका, आगरा। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार, विकास कार्यालय, आगरा द्वारा बुधवार को होटल ओपल कोर्टयार्ड, एनएच-19 पर राष्ट्रीय संगोष्ठी ‘निर्यात प्रोत्साहन’ का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का शुभारंभ मुख्य अतिथि आयुक्त, चेयरमैन एवं सीईओ, नोएडा स्पेशल इकनॉमिक जोन, आईटीएस ए. बिपिन मेनन, एमएसएमई-डीएफओ आगरा के संयुक्त निदेशक डॉ. आरके भारती आईईडीएस, सहायक निदेशक, ग्रेड-1 आईईडीएस अभिषेक सिंह, नेपाल सिंह, एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर, फैक्ट्री ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष किशोर खन्ना, हेंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अस्थाना ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करके किया।
संगोष्ठी का विषय प्रवर्तन संयुक्त निदेशक डॉ. आरके भारती ने करते हुए एमएसएमई विभाग की योजनाओं पर प्रकाश डाला। उससे पूर्व स्वागत उद्बोधन सहायक निदेशक सुशील यादव ने दिया। मुख्य अतिथि के रूप में शामिल विकास आयुक्त, चेयरमैन एवं सीईओ, नोएडा स्पेशल इकनॉमिक जोन, आईटीएस ए. बिपिन मेनन ने अपने उद्घाटन संबोधन में केंद्र और राज्य सरकार के निर्यात प्रोत्साहन से जुड़ी योजनाओं की जानकारी दी।
श्री मेनन ने कहा,
“एक्सपोर्ट प्लान बनाकर क्वालिटी, इंफ़्रा, फाइनेंस और मार्केटिंग पर फोकस करके ही हम आगरा से हो रहे 7500 करोड़ के निर्यात को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति श्री ट्रम्प से भारत के अच्छे रिश्ते, चाइना, कनाडा, ब्राजील, मैक्सिको जैसे देशों पर टैरिफ वार को अवसर के रूप में यदि हम लें तो निर्यात लक्ष्य हम आसानी से हासिल कर सकते हैं। मुझे उम्मीद है बल्कि पूर्ण विश्वास है कि निर्यातक बंधुओं और सरकार के पारस्परिक तालमेल से यह लक्ष्य हम अवश्य हासिल करेंगे।”
उसके बाद संगोष्ठी में ‘निर्यात संवर्धन के माध्यम से नई सीमाओं का अन्वेषण’, ‘निर्यात संवर्धन के लिए योजनाओं पर चर्चा’, ‘निर्यात के लिए लॉजिस्टिक समर्थन’ और ‘तकनीकी सत्र’ सहित चार सत्र आयोजित हुए, जिनमें विषय विशेषज्ञ के रूप में क्षेत्रीय कार्यालय जीजेईपीसी नई दिल्ली के क्षेत्रीय निदेशक संजीव भाटिया, सिडबी के शाखा प्रबंधक आकाश सोनी, ईसीजीसी के प्रबंधक ऋतेश कुमार, डाकघर निर्यात केंद्र के आईपीओएस अभिषेक श्रीवास्तव, कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के सहायक अधिकारी राजीव कुमार चतुर्वेदी, फियो के सहायक निदेशक आलोक श्रीवास्तव और कोलंबस इंटीग्रेशन के अभिषेक अस्थाना ने अपनी प्रस्तुति के माध्यम से निर्यात से जुड़ी बारीकियों को समझाया।
वहीं इस मौके पर एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर ने कहा कि,
“विश्व की 800 करोड़ की आवादी के लिए हमें प्रोडक्शन फैक्ट्री बनने के लिए सरकार के साथ सामूहिक प्रयास करने होंगे। भारत की अर्थव्यवस्था में एमएसएमई सेक्टर का बड़ा योगदान है। हवाई जहाज के इंजन तक के पुर्जे एमएसएमई बना रहा है।”
साथ ही इस मौके पर उन्होंने मुख्य अतिथि के समक्ष आगरा में नोएडा स्पेशल इकनोमिक जोन की तर्ज पर आगरा में इसकी आवश्यकता पर जोर दिया। नेशनल एससी-एसटी हब ऑफिस के शाखा प्रबंधक पुष्पेंद्र सूर्यवंशी ने नेशनल एससी-एसटी वर्ग से जुड़े उद्यमियों के लिए विभाग की योजनाओं के विषय में विस्तार से जानकारी दी।
हेंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अस्थाना ने पीएलआई स्कीम्स का लाभ सभी इंडस्ट्री को दिए जाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए नीतिगत सुधार की आवश्यकता जताई।
लघु उद्योग भारती के प्रदेश सचिव मनीष अग्रवाल ने आगरा में इंडस्ट्री विस्तार की बात रखते हुए संभावनाओं पर प्रकाश डाला। इस दौरान सिडबी के प्रबंधक आकाश सोनी, जीटी भारत के मंजीत सिंह, नीलम, अग्रिम टेक के अचिंतय शर्मा, आगरा विश्वविद्यालय के डिप्टी रजिस्ट्रार अनूप केशरवानी, शारदा विश्वविद्यालय के बिज़नेस स्कूल के प्रभारी संजीव ठाकुर, सीसीएलए के महासचिव अजय शर्मा और समन्वयक ब्रजेश शर्मा आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।