अब वह दिन दूर नहीं है, जब हम विकसित देशों की सूची में शामिल होंगे-कश्मीरी लाल
-सेमीनार में उत्तर भारत के आधा दर्जन प्रदेशों के लगभग 200 उद्यमियों ने लिया भाग।
-उद्यमी राज्य एवं केंद्र सरकार की औद्योगिक प्रोत्साहन से जुड़ी योजनाओं से हुए रूबरू।
ब्रज पत्रिका, आगरा। एमएसएमई मंत्रालय, भारत विकास कार्यालय आगरा द्वारा शनिवार को एमएसएमई उत्पाद एवं सेवाओं की मार्केटिंग पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमीनार का आयोजन संस्कृति भवन, आगरा में किया गया। सेमीनार में मुख्य वक्ता के रूप में स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय संगठक कश्मीरी लाल शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने के लिए एमएसएमई उद्यमियों का आह्वान किया अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि,
“अब वह दिन दूर नहीं है जब हम विकसित देशों की सूची में शामिल होंगें।”
इससे पूर्व राष्ट्रीय सेमीनार का दीप प्रज्ज्वलित करके उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षा डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. आशु रानी, मुख्य वक्ता कश्मीरी लाल, मुख्य अतिथि लखनऊ विश्विद्यालय में अर्थशास्त्र के विभागाध्यक्ष प्रो. मनोज कुमार अग्रवाल, एमएसएमई, डीओ, आगरा के उप निदेशक बृजेश कुमार यादव, सेमीनार संयोजक एवं सहायक निदेशक डॉ. मुकेश शर्मा एवं डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के डीन प्रो. लवकुश मिश्रा ने सयुक्त रूप से किया।
सेमीनार के मुख्य वक्ता कश्मीरी लाल, अखिल भारतीय संगठक, स्वदेशी जागरण मंच ने एमएसएमई उद्यमियों को अपने उत्पाद की ब्रांडिंग कराने का आह्वान किया।
वहीं लखनऊ विश्विद्यालय में अर्थशास्त्र के विभागाध्यक्ष प्रो. मनोज कुमार अग्रवाल ने कहा कि,
“देश सोने की चिड़िया सूक्ष्म लघु उद्यमियों के सहयोग से था, जिस पर अंग्रेजी शासन काल में ध्यान नहीं दिया गया और गांव-कस्बों से लघु एवं कुटीर उद्योग समाप्त हुए।”
डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. आशु रानी ने संगोष्ठी में बताया कि,
“उद्योग संगठन, एमएसएमई विभाग, बैंक एवं विश्वविद्यालय का मिलकर यह एक अच्छा आयोजन है, विश्वविद्यालय इस प्रकार के आयोजन में सदैव सहयोग करेगा।”
स्वागत भाषण में एमएसएमई, डीओ, आगरा के उप निदेशक बृजेश कुमार यादव ने सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए एमएसएमई विभाग की ओर से आयोजित इस सेमिनार के बारे में विस्तृत रूप से बताया। राकेश एमा, उप महाप्रबंधक, भारतीय स्टेट बैंक, जोनल कार्यालय, आगरा ने मुद्रा योजना, स्टैंड-अप इंडिया, एमएसएमई क्रेडिट के बारे में जानकारी प्रदान की।
नेशनल चैंबर के उपाध्यक्ष मयंक मित्तल ने अवगत कराया कि एमएसएमई इकाइयों के हितों की रक्षा के लिए चैंबर ने सदैव प्रयास किया है, एमएसएमई के हित के लिए माननीय न्यायालय में उचित प्रकार से प्रतिवेदन किया और कई मुद्दों पर एमएसएमई की जीत भी हुई है।
डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा के डीन प्रो. लवकुश मिश्रा ने कृषि उत्पादों के प्रसंस्करण कर निर्यात तक की बात कही। तकनीकी सत्र में जैम पोर्टल सुविधा प्रदायक मनेन्द्र पाल सिंह ने सरकारी क्षेत्र में एमएसएमई उत्पाद एवं सेवाओं की मार्केटिंग के संबंध में जानकारी प्रदान की। प्रो. मदन लाल, पूर्व फैकल्टी, आईआईएफटी, दिल्ली ने एक्सपोर्ट विपणन के बारे में विस्तृत रूप से बताया, सांई नेट टेक्नोलॉजी के राजीव शर्मा ने ई-कॉमर्स एवं डिजिटल मार्केटिंग पोर्टल्स के माध्यम से एमएसएमई विपणन बढ़ाने के बारे में जानकारी प्रदान की।
सहायक निदेशक एमएसएमई ने अशोक कुमार गौतम, समीर अग्रवाल, वरिष्ठ शाखा प्रबंधक, एनएसआईसी, पुष्पेंद्र सूर्यवंशी राष्ट्रीय एससी/एसटी हब, सिडबी के प्रबंधक आकाश सोनी, मुख्य प्रबंधक, भारतीय स्टेट बैंक, इंद्रजीत राणा ने विभागीय एमएसएमई विपणन योजनाओं की जानकारी प्रदान की।
सेमिनार परिसर में एमएसएमई की अन्य योजनाओं की विस्तृत जानकारियां स्टैंडी आदि के माध्यम से दी गई। ओडीओपी योजना के अंतर्गत पश्चिमी उत्तर प्रदेश क्षेत्र में उत्पाद थीम पर बने सेल्फी प्वाइंट पर उद्यमियों ने जमकर फोटो खिंचवाईं। तकनीकी सत्र में विशेष सहयोग आरबीएस कालेज प्राचार्य प्रो. विजय कुमार श्रीवास्तव, उपायुक्त, जीएसटी, राकेश नारायण मिश्र, सहायक प्रो. डॉ. सीमा सिंह, एजीएम एसबीआई के राजीव मोहन शर्मा, प्रो. के.के. पचौरी का रहा। इस अवसर पर एमएसएमई विकास कार्यालय के अभिषेक सिंह, सुशील कुमार, सुनील कुमार पांडे, भावना कुमारी, डॉ. मनीष मोहन वर्मा, सीसीएलए के अजय शर्मा, बृजेश शर्मा आदि का विशेष सहयोग रहा। सीए संजीव माहेश्वरी, सीए प्रमोद चौहान, सीएस अनुज अशोक, सतेंद्र त्यागी, अंकिता यादव, पूजा तोमर, आरती तोमर, एमके सिंह, सारिहान अहमद आदि की गरिमामयी उपस्थिति रही।