ताजनगरी में रखी गई इंडिया-यूएई व्यापारिक साझेदारी की आधारशिला
• कॉन्क्लेव के उद्घोषणा समारोह में जुटीं औद्योगिक जगत की दिग्गज हस्तियां।
• विदेशी निवेश और आयात-निर्यात के प्रोत्साहन पर हुआ गहन मंथन।
ब्रज पत्रिका, आगरा। भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के उद्यमियों के बीच द्विपक्षीय व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने और व्यापार के नए अवसरों का सृजन करने के उद्देश्य से कॉर्पोरेट काउंसिल फॉर लीडरशिप एंड अवेयरनेस (सीसीएलए) द्वारा आयोजित होने जा रहे इंडिया-यूएई इकोनॉमिक पार्टनरशिप कॉन्क्लेव का रविवार को होटल जेपी पैलेस एंड कन्वेंशन सेंटर में उद्घोषणा समारोह आयोजित किया गया।
समारोह का दीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य, विशिष्ट अतिथि दुबई से पधारे सैय्यद सलाउद्दीन, एफमेक के अध्यक्ष पूरन डावर, फेडरेशन ऑफ पेपर ट्रेडर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष राजीव अग्रवाल, प्रकाश ग्रुप के एमडी राजेश गर्ग, लघु उद्योग भारती के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक अग्रवाल ने संयुक्त रूप से किया।
इस मौके पर कॉन्क्लेव की आधिकारिक घोषणा करने के बाद अपने उद्बोधन में कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य ने कहा कि,
“भारत-यूएई का लक्ष्य द्विपक्षीय व्यापार को 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक बढ़ाना है। इस दिशा में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार लगातार कार्य कर रही है। इस प्रकार के कॉन्क्लेव निश्चित रूप से इस लक्ष्य को हासिल करने में मील का पत्थर साबित होंगे।”
एफमेक के अध्यक्ष पूरन डावर ने कहा कि,
“अप्रैल 2000 से सितंबर 2023 तक 16.67 बिलियन अमेरिकी डॉलर के संचयी एफडीआई प्रवाह के साथ यूएई भारत में 7वां सबसे बड़ा निवेशक रहा है। यूएई में 3.5 मिलियन भारतीय रहते हैं जो कि अमीरात की आबादी का 30% है। यूएई में भारतीय सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है, यह व्यापारिक साझेदारी के लिए सकारात्मक बात है।”
फेडरेशन ऑफ पेपर ट्रेडर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष राजीव अग्रवाल ने बताया कि,
“यूएई में आयोजित होने जा रहे इंडिया-यूएई इकोनॉमिक पार्टनरशिप कॉन्क्लेव भारतीय आयात और निर्यात की कड़ी को मजबूत करेगा।”
अन्य अतिथियों में शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. मुकेश शर्मा, एनएसआईसी के शाखा प्रबंधक पुष्पेंद्र सूर्यवंशी, प्रशस्ति स्टूडियो के संस्थापक डॉ. कुमार मनोज, इफ्कोमा के महासचिव दीपक मनचंदा, जीडी गोयनका के प्रो-वाईस चेयरमैन संजय अग्रवाल, अप्सा के अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता शामिल थे।
इस अवसर पर वर्ष 1979 से दुबई में प्रवास कर रहे सैय्यद सलाउद्दीन को भारतीय संस्कृति के संवाहक के रूप में यूएई में भारत के सांस्कृतिक राजदूत के तौर पर कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य एवं मौजूद अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया।
इस सम्मान से अभिभूत सैय्यद सलाउद्दीन ने कहा कि,
“मैं भारत और यूएई के उद्यमियों के बीच एक सेतु की तरह भूमिका निभाऊंगा। मेरा मानना है कि यह कॉन्क्लेव परिणामोन्मुख यानि रिजल्ट ओरिएंटेड होना चाहिए, इसके लिए हमारे पूरे प्रयास रहेंगे।”
कार्यक्रम का संचालन प्रख्यात कवि पवन आगरी ने किया। अतिथियों का स्वागत सीसीएलए के महासचिव अजय शर्मा, संयोजक ब्रजेश शर्मा एवं डॉ. राम नरेश शर्मा ने किया।
इनकी उपस्थिति रही ख़ास
कार्यक्रम के दौरान डॉ. अशोक शर्मा, सुरेश चंद्र गर्ग, राम मोहन कपूर, मुरारी प्रसाद अग्रवाल, कुलदीप ठाकुर, सीएस अनुज अशोक, गजेंद्र सिंह, रोहित जैन, मोहित जैन, विनीत बवानिया, सचिन सारस्वत, ब्रजेश सुतैल, शकुन बंसल, तनय अग्रवाल, अंशुल अग्रवाल, जितेंद्र त्रिलोकानी, असलम सैफी, अतुल शर्मा, मंगल सिंह धांकड़, सचिन शंकर, पंकज अग्रवाल, दिवाकर खिरवार, दिवाकर शर्मा, कमलजीत कौर, वैभव अग्रवाल, तुषार गुप्ता, कमल मंगवानी, डॉ. सुरभि उपाध्याय, डॉ. महेश धाकड़ मुख्य रूप से मौजूद रहे। व्यवस्थाएं अविनाश वर्मा, सुहैल यासीन एवं सचिन वरुण ने संभालीं।