अयोध्या में प्रभु श्रीराम के मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की खुशी में आगरा के सुर सभागार में श्रीमद्भागवत कथामृत सत्संग किया प्रभु श्रीराम को समर्पित
श्रीमद्भागवत जी के प्रसंगों को प्रभु श्रीराम जी के जीवन चरित्र से संबंधित करके महन्त श्री महेश्वर दास शास्त्री जी ने अपने श्रीमुख से सुनाकर श्रोताओं को भक्तिरस में सराबोर कर दिया।
ब्रज पत्रिका, आगरा। संगीतज्ञा श्रद्धेय सुलभा तलेगाँवकर जी की अष्टम पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में श्रीमद्भागवत के प्रसंग पर आधारित व्याख्यान एवं आध्यात्मिक भजन गंगा का कथामृत सत्संग सुर सभागार में पं. रघुनाथ तलेगाँवकर फ़ाउंडेशन ट्रस्ट एवं संगीत कला केन्द्र, आगरा के संयुक्त तत्वावधान में सम्पन्न किया गया। इस कार्यक्रम में श्रीमद्भागवत जी के प्रसंगों को प्रभु श्रीराम जी के जीवन चरित्र से संबंधित करके पं. केशव रघुनाथ तलेगाँवकर जी के परम शिष्य भागवताचार्य महन्त श्री महेश्वर दास शास्त्री जी ने अपने श्रीमुख से सुनाकर श्रोताओं को भक्तिरस में सराबोर कर दिया।
आपके साथ संवादिनी पर पं. रविंद्र तलेगाँवकर ने तथा ढोलक पर उस्ताद सलीम खाँ ने सुंदर संगत की। शुरुआत में कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती एवं श्रद्धेय सुलभा जी के चित्र पर माल्यार्पण करके किया गया। तत्पश्चात् श्रीकृष्ण (कार्यक्रम अधिशासी, आकाशवाणी आगरा) द्वारा महन्त श्री एवं अन्य सभी आगंतुक अतिथियों का स्वागत किया गया। प्रबन्ध न्यासी प्रतिभा केशव तलेगाँवकर ने माँ सुलभा जी को स्मरण करते हुये उनके सशक्त व्यक्तित्व के कुछ प्रसंगों से श्रोताओं को अवगत कराया।
संपूर्ण भारत में प्रभु श्रीराम के आगमन की धूम है और उनको ही समर्पित यह श्रीमद्भागवत संध्या का फ़ेसबुक के माध्यम से देश के विभिन्न नगरों के श्रोताओं ने भी भक्ति रस पान किया।