हिंदी को सोशल मीडिया ने दी नई ज़िन्दगी, हिंदी भाषा के संवर्धन में सोशल मीडिया माध्यमों की भूमिका सराहनीय
ब्रज पत्रिका, आगरा।
हिंदी के प्रचार प्रसार में आजकल सोशल मीडिया ने भी अपनी अच्छी खासी भूमिका निभाई हुई है और इससे हिंदी भाषा समृद्ध हुई है। साथ ही अप्रवासी भारतीयों के साथ भाषाई संवाद भी हिंदी को वैश्विक धरातल प्रदान कर रहा है। ये उदगार आराधना संस्था द्वारा आयोजित ‘हिंदी के संवर्धन में सोशल मीडिया की भूमिका’ विषयक संगोष्ठी में वक्ताओं ने रखे। संस्थाध्यक्ष पवन आगरी ने संगोष्ठी का विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर गलत अंग्रेजी लिखने से बेहतर है कि हम शुद्ध हिंदी में अपने विचार रखें। संस्था महासचिव डॉ. ह्रदेश चौधरी ने संगोष्ठी का संचालन करते हुए कहा कि राष्ट्रभाषा होते हुए भी हिंदी बोलचाल के रूप में बहुत ज्यादा जगह नहीं बना पा रही थी किन्तु सोशल मीडिया के दौर में अब हिंदी में पठन पाठन की बहुलता से उसे व्यापक प्रसार मिला है। विशिष्ट वक्तागण आनंद राय, भावना वरदान और दिवाकर तिवारी के उदबोधन में भी यही निष्कर्ष निकला कि आज सोशल मीडिया ने हिंदी को संजीवनी प्रदान की है। इसे सुदूर क्षेत्रों में पहुंचाने का श्रेय सोशल मीडिया को भी जा रहा है। इस अवसर पर कार्यक्रम समन्वयक जितेंद्र शुक्ला, डॉ.महेश धाकड़, रोहित कत्याल, योगेश पचौरी, अनीता गुप्ता, दीप्ति भार्गव, तिलक सिंह, नितेश जैन, अयूब खान, रश्मि गुप्ता, चन्द्रावती नरवार, मीना सिंह, दीक्षा बाबरी, विजयलक्ष्मी भार्गव, रेनू गर्ग, योगी सूर्यनाथ, सरिता सिंह, मोनिका गुप्ता, मनीषा बघेल, हरेंद्र सिंह, मंजू यादव आदि मौजूद रहे।