‘अन्तर्राष्ट्रीय वृक्षारोपण दिवस’ पर ‘स्फीहा’ द्वारा अपनी स्थापना के 15 वर्ष पूर्ण होने के शुभ अवसर पर 15,000 से अधिक पौधे रोपे गए!
स्फीहा के सदस्यों द्वारा 15वें अन्तर्राष्ट्रीय वृक्षारोपण दिवस पर किया गया वृहद वृक्षारोपण।
ब्रज पत्रिका, आगरा। स्फीहा द्वारा एक जुलाई 2021 को 15वें अन्तर्राष्ट्रीय वृक्षारोपण दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें संस्था ने 15,000 से अधिक पौधों का रोपण हुआ।
स्फीहा की स्थापना एक गैर सरकारी स्वैच्छिक संस्था के रूप में पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से की गई है। स्फीहा ने स्थापना वर्ष 2006 से लेकर अभी तक हज़ारों की संख्या में वृक्षारोपण किया, और तीन वर्षों तक संस्था इनके सरंक्षण और रख-रखाव के लिए प्रतिबद्ध भी रही है ताकि ये वृक्ष स्वत: जीवित रह सकें। स्फीहा ने गत 14 वर्षों में 84 प्रतिशत रोपित पौधों को जीवित रखना सुनिश्चित किया है।
संयुक्त राज्य अमेरिका स्थित, मैरीलैंड युनिवर्सिटी और ग्लोबल वाए ने बताया है कि,
“वर्ष 2020 में पृथ्वी पर 10.4 मिलियन एकड़ ट्रापिकल फारेस्ट नष्ट हुआ है, जिसमें ब्राज़िलियन एमेज़ौन जैसे स्थान भी प्रभावित हुए। यह वर्ष 2019 की तुलना में 12 प्रतिशत अधिक हानि है। हवाई द्वीप स्थित मौना लाओ वेधशाला द्वारा बताया गया है, कार्बन उत्सर्जन से फौसिल फ्यूल जलाने और वन संपदा की कटाई अभी तक की उच्चतम स्तर की है। वायुमण्डल कार्बन डाइऑक्साइड, औद्योगीकरण के पूर्व अंश 278 प्रति मिलियन की तुलना में अब 420 अंश प्रति मिलियन पाया गया है। इन परिस्थितियों में, स्फीहा जैसी गैर सरकारी संस्था, वृक्षारोपण की गतिविधियों से हरित क्षेत्र बढ़ाने की दिशा में सरकारी एवं अन्य संस्थाओं के प्रयासों को आवश्यक सहयोग प्रदान कर रहा है।”
इस वर्ष स्फीहा का आयोजन दयालबाग में हुआ। इस अवसर पर परम पूज्यनीय प्रोफेसर प्रेमसरन सत्संगी साहब, डीईआई यूनिवर्सिटी की शिक्षा सलाहकार समिति के चेयरमैन एमेरिटस के समक्ष स्पीहा के 13 – 63 वर्ष आयु के स्वयंसेवकों ने बैंड की धुनों के साथ ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया।
इसके पश्चात राष्ट्रगान के साथ राष्ट्रीय ध्वजारोहण और कुल मालिक के चरणों में प्रार्थना हुई। तत्पश्चात दयालबाग, आगरा और स्फीहा के पदाधिकारियों द्वारा पौधारोपण किया गया जिसमें जीएस सूद, अध्यक्ष, राधास्वामी सतसंग सभा, एमए पठान, अध्यक्ष, स्पीहा और प्रो. पीके कालरा, डायरेक्टर, डीईआई सम्मिलित थे। इसके साथ ही स्फीहा के स्वयंसेवकों ने भी पौधारोपण किया।
दुनिया भर में संस्था के सदस्य और राधास्वामी मत के सत्संगीजन भी स्फीहा मुख्यालय, आगरा द्वारा व्यवस्थित इंटरनेट और लाइव स्ट्रीम से जुड़े रहे। कुछ भाग लेने वाले गणमान्य व्यक्तियों में पर्थ, ऑस्ट्रेलिया में भारत के महावाणिज्यदूत दँतू चरणदासी; ब्रायन वीवर, जॉन क्रीक्स, जॉर्जिया, यूएसए के सिटी काउंसिलमैन; लीसेस्टर, यूनाइटेड किंगडम के लॉर्ड मेयर; पेट्रा गास्किन्स, एनजे असेंबलीमैन (एंड्रयू ज़्विकर, न्यू जर्सी, यूएसए) के लिए चीफ ऑफ स्टाफ और नीना सिंह, मॉन्टगोमरी टाउनशिप, पेनसिल्वेनिया, यूएसए की काउंसिलपर्सन। वर्तमान कोविड महामारी के कारण सोशल डिस्टेंससिंग और अन्य सुरक्षा उपायों का सर्वथा पालन सुनिश्चित किया गया।
इस वर्ष विश्वभर के 125 स्थलों पर 70 प्रकार के 18,500 पौधारोपण हुए। लगभग 15,500 राजाबरारी एस्टेट, मध्यप्रदेश, 200 एटलांटा, यूएसए, 200 से अधिक बोटेनिकल पार्क्स सिंगापुर तथा 150 का मुख्यालय दयालबाग एवं मेहरबाग़ कॉलोनी, आगरा में पौधारोपण किया गया।अनियोजित और अव्यवस्थित पौधारोपण से स्थानीय ईको-सिस्टम पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, इसे ध्यान में रखते हुए, स्फीहा द्वारा स्थानीय बायोडायवर्सिटी की अनुकूलता को ध्यान में रखते हुए पौधारोपण सुनिश्चित किया गया।
राधास्वमी सत्संग सभा के अध्यक्ष, गुरु स्वरुप सूद ने इस अवसर पर स्फीहा को मुबारकबाद दी और कहा,
“स्फीहा पिछले 15 वर्षो से पर्यावरण संरक्षण के कार्य के लिए सम्पर्पित है, और यह कार्यक्रम इसका प्रतीक बन गया है।”
स्फीहा के अध्यक्ष, एमए पठान ( पूर्व चेयरमैन, इण्डियन ऑयल कॉर्पोरेशन और रेसिडेंट डायरेक्ट, टाटा सन्स) ने अपने उद्बोधन में स्फीहा की पिछले 15 वर्ष से पर्यावरण और ईकोलॉजी के सुधार के लिए संस्था की प्रतिबद्धता का उल्लेख करते हुए बताया कि,
“15,000 से अधिक का पौधारोपण, इस वार्षिक आयोजन से और बेहतर कार्य नहीं हो सकता है।”
आयोजन के समन्वयक राहुल भटनागर ने इस कार्य को लेकर उत्साह व्यक्त करते हुए अपनी टीम के स्वयंसेवकों को इसकी सफलता के लिए बधाई दी। इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक आयोजित करने में पंकज गुप्ता, कर्नल आरके सिंह, विनोद पाठक एवं शब्द मिश्रा ने मुख्य भूमिका निभाई।