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राधे झूलन पधारो, घिर आए बदरा…!

संस्कार भारती कला साधिका समिति ने संत रामकृष्ण कन्या महाविद्यालय में सजाई “सावन गीत मल्हार” की महफिल

स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव की कड़ी में स्वतंत्रता सेनानी कुमारी कमला शर्मा और समाज सेविका श्रीमती सरोज शर्मा का किया गया भावपूर्ण स्मरण

एक से दूसरी पीढ़ी तक महत्वपूर्ण संस्कारों का आदान-प्रदान करते हैं लोकगीत: प्रो. नीलू शर्मा

ब्रज पत्रिका, आगरा। स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव की कड़ी में संस्कार भारती कला साधिका समिति द्वारा शनिवार शाम बल्केश्वर स्थित संत रामकृष्ण कन्या महाविद्यालय में ‘सावन गीत मल्हार’ (गायन) की महफिल सजाई गई।

एक ओर महिला कलाकारों ने लोक संगीत की खुशबू से मन प्राणों को आनंदित कर दिया, वहीं दूसरी ओर स्वतंत्रता सेनानी कमला शर्मा और समाज सेविका सरोज शर्मा का भी भावपूर्ण स्मरण किया गया। वक्ताओं ने समाज और देश हित में किए गए उनके कार्यों की सराहना करते हुए उनके पदचिन्हों पर चलने की प्रेरणा नई पीढ़ी को दी।

प्रसिद्ध खिलाड़ी और लोक गायिका रीना सिंह ने पारंपरिक मल्हार द्वारा सावन में बहन को लेने के लिए भाई के न आने पर बहन की व्यथा को व्यक्त किया- “अरी बहना! आये न माँ के जाये वीर, सावन में राखी सासरे। अरी बहना! कौन बँधावे मोकूँ धीर, सावन में राखी सासरे।”

संगीता अग्रवाल ने राधे रानी को याद किया- “राधे झूलन पधारो, घिर आए बदरा।” भावना दीपक मेहरा ने राधा कृष्ण की मनोहर झाँकी प्रस्तुत की- “प्रेम में दीवानी राधा, भर पिचकारी राधा। हाथ में गुलाल लिए ढूँढ रही श्याम को।” ललिता करमचंदानी का यह सुमधुर सावन गीत भी सबके दिल पर छा गया- “बन्ना रे, बाग में झूला घाल्या…!”

लोकगीत हैं संस्कृति के संवाहक

समारोह की अध्यक्षता करते हुए दयालबाग शिक्षण संस्थान की प्रोफेसर नीलू शर्मा ने कहा कि,

“लोकगीत हमारी संस्कृति के संवाहक हैं। ये एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक महत्वपूर्ण संस्कारों और उपयोगी सूचनाओं का प्रसार करते हैं। लोक गायन हमारी संस्कृति को संगीत के माध्यम से संरक्षित रखता है।”

बीडी जैन कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. मीरा अग्रवाल मुख्य अतिथि और श्रीमती प्रीति आनंद अस्थाना विशिष्ट अतिथि रहीं। दोनों ने संस्कार भारती के देश भक्ति और भारतीय संस्कृति से जुड़े आयोजनों की सराहना की।

संस्कार भारती के अखिल भारतीय साहित्य प्रमुख राज बहादुर सिंह ‘राज’ ने स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव पर प्रकाश डाला। संरक्षक मनमोहन चावला, स्वागताध्यक्ष डॉ. मधु भारद्वाज और संयोजक कल्पना शर्मा ने सभी लोक कलाकारों का हार्दिक स्वागत किया। समारोह का संचालन नूतन अग्रवाल ‘ज्योति’ ने किया। स्वतंत्रता सेनानी परिवार से सुनयन शर्मा के अलावा शकुन बंसल, अलका अग्रवाल और ऋतु गोयल भी प्रमुख रूप से मौजूद रहीं।

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