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जैविक कृषि ज्ञान सम्मेलन – ‘ऑर्गेनिक एक्सपो-2021’ का हुआ भव्य समापन समारोह

– फाइबर युक्त, एंटी डाइबिटिक तथा एंटी कैंसर गुणों से भरपूर ऑर्गेनिक उत्पादों पर बेहद महत्वपूर्ण उद्बोधन किया गया।
– जल संरक्षण दिवस पर गहन जानकारी प्रदान की गई।
– गौ कृपा अमृतम द्वारा अत्यधिक महत्वपूर्ण उत्पाद गोबर, गौमूत्र और छाछ द्वारा बनाए उत्पादों पर चर्चा की गई।

ब्रज पत्रिका, इंदौर। देशभर के जैविक किसानों तथा कृषि वैज्ञानिकों की उपस्थिति में #मिशनहेल्दीइंडिया के तहत देश के सबसे बड़े ऑर्गेनिक एक्सपो 2021 का 22 मार्च को भव्य समापन किया गया। कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर ग्राउंड, इंदौर में आयोजित इस पांच दिवसीय जैविक कृषि ज्ञान सम्मेलन का शानदार आगाज 17 मार्च को किया गया था। जैविक कृषि ज्ञान सम्मेलन – ऑर्गेनिक एक्सपो 2021 के मुख्य आयोजनकर्ता मनोज मिश्रा, आयोजक पंडित शिव प्रसाद मिश्रा सगंधीय तथा जैविक फार्म, सह आयोजक युवा उड़ान तथा भारतीय किसान संघ तथा पीआर पार्टनर पीआर 24×7 है।

इस भव्य समापन के अंतर्गत मुख्य अतिथि के रूप में कमल पटेल, कृषि मंत्री, मध्यप्रदेश शासन, सुमित्रा महाजन (ताई), पूर्व लोकसभा स्पीकर तथा सांसद, इंदौर, आकाश विजयवर्गीय, विधायक, इंदौर, महेश चौधरी, संगठन मंत्री, भारतीय किसान संघ, सुमित रॉय, उप महाप्रबंधक, भारतीय स्टेट बैंक, लक्ष्मीनारायण पटेल, कोषाध्यक्ष, भारतीय किसान संघ मालवा प्रान्त जैसी नामी हस्तियां उपस्थित थीं।

मनोज मिश्रा ने बताया कि,

“इस आयोजन के चलते सबसे अधिक फाइबर युक्त, एंटी डाइबिटिक तथा एंटी कैंसर गुणों से भरपूर ऑर्गेनिक उत्पादों पर बेहद महत्वपूर्ण उद्बोधन किया गया। यदि आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करने के इच्छुक हैं, तो यू-ट्यूब चैनल के माध्यम से इसे आसानी से देख सकते हैं।”

वहीं मुरलीधर ने कृषि संबंधी कई जानकारियां प्रदान की। साथ ही, सुनील पाण्डे द्वारा जल संरक्षण दिवस पर गहन जानकारी प्रदान की गई। गोपाल भाई सुतारिया, अहमदाबाद के गौ कृपा अमृतम द्वारा अत्यधिक महत्वपूर्ण उत्पाद गोबर, गौमूत्र और छाछ द्वारा बनाए उत्पादों पर चर्चा की गई। किसानों द्वारा इन उत्पादों के लिए उम्दा प्रतिक्रिया प्राप्त हो रही है। ये उत्पाद लगभग सभी किसानों के बीच आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। 

इसे विशेष मेले के पहले दिन यानि 17 मार्च को फैमिली फार्मर तथा फैमिली काऊ स्कीम का शुभारम्भ किया गया। साथ ही मेले को 120 से अधिक ऑर्गेनिक स्टॉल्स से सुसज्जित किया गया। विभिन्न विशेषज्ञों द्वारा जैविक कृषि की तकनीकी जानकारियाँ प्रदान की गईं। दूसरे दिन यानि 18 मार्च को इस मेले के अंतर्गत जैविक खेती के प्रमाणीकरण के अलग-अलग तरीकों के बारे में बताया गया। साथ ही, केंद्र सरकार की फार्मर्स प्रोडक्शन कंपनी की योजनाओं तथा विभिन्न बैक्टीरिया से अवगत कराया गया।

आयोजन के तीसरे दिन यानि 19 मार्च को जैविक खेती की अंतर्राष्ट्रीय पहुंच और सरकारी सुविधाओं पर विशेष चर्चा की गई। उक्त आयोजन में उन्नत किस्म की गिर गाय का सजीव प्रदर्शन भी किया गया। चौथे दिन यानि 20 मार्च को इस आयोजन के अंतर्गत किचन तथा टेरेस गार्डन का महत्व तथा उपयोगिता समझाई गई। टेरेस गार्डन एक बेहद आसान प्रक्रिया है जो पूरी तरह कैमिकल मुक्त है। हम सब्जियों के छिलकों से लेकर घर के हर वेस्ट को टेरेस गार्डन के बेहतर पोषण के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके जरिए हम हमारी आने वाली पीढ़ी को अच्छा खाने और उगाने की सीख दे सकते हैं, इसके आलावा किचन वेस्ट मैनेजमेंट से पर्यावरण संरक्षण करने में भी मदद मिलती है। साथ ही, एक्वाकल्चर के अंतर्गत रेन वाटर हार्वेस्टिंग को सबसे शुद्ध बताते हुए इसके संरक्षण पर जोर दिया गया।

यह मेला स्वयं में ऑर्गेनिक संबंधी असीमित ज्ञान का भण्डार समाहित किए हुए है। यह जैविक ज्ञान के लिए चिंतन, मनन तथा मंथन है। वे लोग, जो अपनी जीवन शैली में सुधार लाने के प्रति कार्यरत हैं और साथ ही मिलावट रहित उत्पादों का सेवन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, यह आयोजन उनके जीवन में ऑर्गेनिक उत्पादों को सम्मिलित करने का सबसे सटीक और सराहनीय उदाहरण है।

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