नेहा के अनुसार काॅमेडी करना कोई आसान काम नहीं है!
ब्रज पत्रिका। नेहा पेंडसे एक ब्रेक के बाद एण्ड टीवी के शो, ‘भाबी जी घर पर है’ में ‘अनीता भाभी’ की भूमिका के साथ दर्शकों का मनोरंजन करने के लिए आयी हैैं। हालाँकि कॉमेडी करना नेहा पेंडसे के लिए कोई नई बात नहीं है, लेकिन अपने फ्रेंडली पडोसी, मनमोहन तिवारी उर्फ रोहिताश्व गौर के द्वारा लुभाए जानेे का यह निश्चित रूप से एक अनोखा अनुभव था।
एक खुली बातचीत में नेहा ने कॉमेडी के के प्रति अपने प्रेम का जिक्र किया और साथ ही ये भी बताया कि कैसे उन्हें अनीता भाभी की भूमिका के लिए चुना गया।
“कॉमेडी एक मजेदार शैली है लेकिन इतनी आसान भी नहीं है। हालाँकि मैंने इससे पहले भी कॉमेडी की है, लेकिन यह अनुभव मेरे लिए बिलकुल नया था। अपनी कॉमिक टाइमिंग के साथ दर्शकों के दिलों के तार को छेड़ना बहुत ही विचित्र और कठिन है। लेकिन मैं कॉमेडी का पूरा आनंद लेती हूं क्योंकि यह हमारे तनाव को पूरी तरह से कम करता है। मैं खुद को एक मजाकिया शख्स नहीं मानती हूँ और न ही स्वाभाविक रूप से कॉमेडी मेरे लिए है। लेकिन समय के साथ और कई घंटो तक अभ्यास करने के बाद, मैं पूरे विश्वास से कह सकती हूँ कि इसकी ट्रिक्स क्या है ये मैंने सीख ली है। विशेष रूप से, अनीता भाभी का जो किरदार है वो बहुत ही लोकप्रिय है, और इस किरदार के प्रति दर्शकों की एक मानसिकता बनी हुई है। मैं सिर्फ अपने दर्शकों से यही दरख्वास्त करना चाहूँगी कि मुझे एक उचित मौका दे और अनीता भाभी को एक नए नजरिए से देखें। हालाँकि इस किरदार की जो बारीकियां है वो वही है, लेकिन उन्हें एक नए तरीके से दर्शाया गया है। पूरी कहानी का प्लॉट बहुत ही चतुराई के साथ रचित, निर्देशित और अभिव्यक्त किया गया है और हर किरदार आइकनिक है और सभी ने दर्शकों के दिलों में अपनी एक खास जगह बनाई है। इस शो की सफलता ही टीम के प्रयासों और उनकी कड़ी मेहनत को दर्शाती है। मैं खुद को भाग्यशाली मानती हूँ कि मुझे इस कल्ट शो का हिस्सा बनने के लिए चुना गया।”
अपने पिछले काम के बारे में बात करते हुए, इस मराठी मुलगी ने कहा कि,
“मुझे कुछ भी आसानी से नहीं मिला है। मैंने हमेशा इसके लिए कड़ी मेहनत की है और वैसे ही करती रहूँगी। जबकि कई लोगों में स्वाभाविक रूप से ऐक्टिंग शामिल होती है, वहीं मेरा मानना है अभिनय एक ऐसी कला है जो समय और अभ्यास के साथ ही बेहतर हो सकती है। इस शैली में होने के बावजूद, मैं इस बात पर बहुत विश्वास करती हूँ कि किसी को हँसाना या रुलाना कोई मजाक की बात नहीं होती। एक सही भावना को व्यक्त करने के लिए बहुत प्रयास करना पड़ता है। मैं हमेशा ये कोशिश करती हूँ कि मैं सबसे पहले इमोशंस को महसूस करूँ और फिर उसे कैमरे पर दर्शाऊँ। यही अभ्यास मुझे अपने फैन्स से जुड़ने में मदद करता है।”
एक सकारात्मक भाव से अपनी बात के अंत में नेहा ने कहा कि,
“मैं अनीता भाभी की भूमिका के साथ न्याय करने और सभी की उम्मीदों पर खरी उतरने की उम्मीद करती हूँ।”