UA-204538979-1

राहुल और प्रियंका ने कहा, पीढ़िता के परिवार को न्याय और सुरक्षा चाहिए, हम पीढ़िता के परिवार के साथ हैं!

काँग्रेस नेता राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी वढेरा  हाथरस में पीढ़िता के परिवार से मिलने पहुँचे।

हाथरस के बूलगढ़ी गाँव में पीढ़िता के परिवार से दोनों नेताओं ने करीब 50 मिनट तक मुलाक़ात की।

ब्रज पत्रिका। हाथरस में दलित समुदाय की एक युवती के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म और उसकी मौत के बाद सियासी पारा तेजी से ऊपर चढ़ता जा रहा है। काँग्रेस नेता राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी वढेरा के हाथरस में पीढ़िता के परिवार से मिलने के लिए पहुँचने से ये मुद्दा फिर से गर्मा गया है।

तीन अक्टूबर की शाम 7.30 बजे गाँव हाथरस के बूलगढ़ी गाँव पहुँचे। दोनों ही नेताओं ने करीब 50 मिनट तक मुलाक़ात की। काँग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने जहाँ इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार पर लीपापोती का आरोप लगाया है वहीं काँग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गाँधी ने भी उत्तर प्रदेश में कमजोर वर्ग के खिलाफ़ अपराधों में बढ़ोतरी पर गहरी चिंता जताई है।

उन्होंने कहा है कि, मैं काफी संघर्ष के बाद हाथरस की पीड़िता के मॉं से मिल पाई। मॉं की न रुकने वाली सिसकियाँ और आंसू उनके ऊपर हुए अत्याचार के गवाह हैं। प्रियंका ने इस मुलाक़ात के बाद बंद लिफाफे में आर्थिक मदद का एक चेक भी पीढ़िता की माँ को दिया है।

राहुल गाँधी ने अपनी फेसबुक पोस्ट में कहा है कि,

“मैं हाथरस के पीड़ित परिवार से मिला और उनका दर्द समझा। मैंने उन्हें विश्वास दिलाया कि हम इस मुश्किल वक़्त में उनके साथ खड़े हैं और उन्हें न्याय दिलाने में पूरी मदद करेंगे। UP सरकार चाह कर भी मनमानी नहीं कर पाएगी क्यूँकि अब इस देश की बेटी को इन्साफ़ दिलाने पूरा देश खड़ा है।”

प्रियंका गाँधी वढेरा ने अपनी फेसबुक पोस्ट में कहा है कि,

“हाथरस के पीड़ित परिवार के अनुसार सबसे बुरा बर्ताव डीएम का था। उन्हें कौन बचा रहा है? उन्हें अविलंब बर्खास्त कर पूरे मामले में उनके रोल की जाँच हो। परिवार न्यायिक जांच माँग रहा है तब क्यों सीबीआई जांच का हल्ला करके SIT की जांच जारी है। यूपी सरकार यदि जरा भी नींद से जागी है तो उसे परिवार की बात सुननी चाहिए।”

प्रियंका गाँधी ने कहा है कि,

“हाथरस में दिवंगत बेटी की मां के आंसुओं में पीड़ा और दर्द सामने से महसूस किया है। मैंने मां से कहा कि वे खुद को अकेला न समझें, उनकी पीड़ा मेरी भी पीड़ा है। उन्हें भरोसा दिलाया है कि उनके साथ हमेशा खड़ी रहूंगी और इंसाफ मिलने तक साथ में लड़ाई लडूंगी।”

उनसे मुलाकात के बाद मैं स्तब्ध हूँ । इसी क्रम में आगे प्रियंका गाँधी ने कहा,

“पीड़िता और पीड़िता के परिवार के साथ हुई बर्बरतापूर्ण कारवाई किसी भी संवेदनशील व्यक्ति को झकझोर कर रख देगी। यूपी सरकार नैतिक रूप से भ्रष्ट है। पीड़िता को इलाज नहीं मिला, समय पर शिकायत नहीं लिखी, शव को जबरदस्ती जलाया, परिवार कैद में है। उन्हें दबाया जा रहा है – अब उन्हें धमकी दी जा रही कि नार्को टेस्ट होगा। ये व्यवहार देश को मँजूर नहीं। पीड़िता के परिवार को धमकाना बंद कीजिए।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!