नितीश सरकार का फैसला, शराबबंदी का फैसला वापस नहीं लिया जायेगा, तेजस्वी ने साधा निशाना!
ब्रज पत्रिका। पिछले एक महीने में शराब से करीब 50 लोगों की मौत के बाद CM नीतिश कुमार ने शराबबंदी की समीक्षा बैठक ली, लेकिन बैठक के पहले ही मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया है कि शराबबंदी का फैसला वापस नहीं होने वाला है।
बीते कुछ दिनों से बिहार में नकली शराब को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। बिहार में 2 सीटों पर हुए उपचुनाव के बाद से ही बिहार में नकली शराब की सप्लाई की जा रही है जिसके चलते राज्यभर में तक़रीबन 65 से ज्यादा लोग अपनी जान गवा चुके है और कई लोग अस्पताल में हैं। इसे लेकर बिहार में विपक्ष नितीश सरकार पर हमलावर हो गया है और नकली शराब बेचने वालो की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग कर रहा है।
तेजस्वी ने साधा निशाना
पूर्व उप मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष ने इसे लेकर सीएम नितीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है और यह भी कहा है कि यह सब सत्ता के संरक्षण में हो रहा है और बिहार में ‘गैंग्स ऑफ़ नितीश कुमार’ चल रही है। इतना ही नहीं इस पूरे मुद्दे को लेकर तेजस्वी ने नितीश सरकार को भ्रष्ट और नाकाम बताया और सीएम नितीश कुमार से इस्तीफे की मांग भी की।
जेडीयू ने कू कर दी जानकारी
सीएम की इस बैठक को लेकर जनता दल यूनाइटेड ने सोशल मीडिया साइट कू पर तस्वीरें साझा करते हुए सीएम के साथ कैबिनेट की बैठक की जानकारी दी। सीएम सचिवालय में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, मंत्रीगण और शीर्ष अधिकारियों के साथ शराबबंदी को लेकर समीक्षा बैठक करते हुए फैसला लिया कि इस मुद्दे पर जवाबदारी तय की जाएगी।
बताया जा रहा है कि इस मीटिंग में नितीश कुमार अधिकारियों से बात करेंगे और उनसे जवाबदेही मांगेंगे। बैठक में इस बात पर भी चर्चा की जाएगी कि राज्य में शराब अवैध तरीके से न आये इसके लिए क्या उचित कदम उठाये जाएं?
बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) सुरेश भारद्वाज ने बैठक के पहले कई सुझाव देते हुए कहा कि,
“बिहार की सीमा दो देशों और दो राज्यों से लगी हुई है तो यह तो संभव नहीं है कि प्रदेश में शराब को पूरी तरह से आने से रोका जा सके। लेकिन इसके लिए उत्पाद विभाग और पुलिस की जवाबदेही और कड़ाई से तय करनी होगी। साथ ही एक सबसे बड़ा कदम उठाना होगा वो यह कि लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करना होगा, बिना इसके इस अभियान को सफल नहीं बनाया जा सकता है।”