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aawaz.com ऑडियो का अपना उर्दू संस्करण लॉन्च किया!

श्रोता अब आवाज़ पर हिंदी, अंग्रेजी और मराठी के साथ-साथ उर्दू ऑडियो शो का भी आनंद ले सकेंगे।

ब्रज पत्रिका, जनवरी 2021 मुंबई: aawaz.com ने अपने उर्दू संस्करण के लॉन्च की घोषणा की। aawaz.com भारतीय भाषाओं के बीच सबसे बड़ा पॉडकास्ट और मौखिक कार्यक्रमों का मंच है। यहाँ 100% मूल ऑडियो सामग्री, श्रोताओं के लियें नि:शुल्क ऑन-डिमांड, उपलब्ध है।

जनवरी 2019 में aawaz.com हिन्दी सामग्री के साथ शुरू हुआ और अब तक अंग्रेज़ी और मराठी ऑडियो प्रोग्रामिंग जोड़ चुका है। आज उर्दू सामग्री में विस्तार करते हुए अपने श्रोताओं को 1000 घंटों से अधिक की ऑडियो सामग्री मुहैया करा रहा है। aawaz.com के मौजूदा उपयोगकर्ता अपनी पसंदीदा भाषा का चयन करके अंग्रेजी, हिंदी, मराठी और उर्दू शो, आवाज़ की मोबाइल एप्लिकेशन और वेबसाइट दोनों पर सुन सकते हैं।

उर्दू लॉन्च के समय, आवाज़ के श्रोता मूलतः चार उर्दू ऑडियो शो का लुत्फ उठा सकेंगे। जिसमें शो ” मैं शायर तो नहीं ” प्रसिद्ध उर्दू शायरों की ज़िंदगी के हसीन किस्सों पर होगा, वहीं बाकी शोज़ चुनिंदा शेर-ओ-शायरी, उर्दू ग़ज़ल और नज़्म पर होंगे। हस्ताक्षर शो “मैं शायर तो नहीं” में मजरूह सुल्तानपुरी, मिर्ज़ा ग़ालिब, कैफ़ी आज़मी जैसे प्रसिद्ध उर्दू कवियों की दास्ताँ और किस्से सुनाए जाएंगे। उर्दू संस्करण के एक दूसरे शो जिसका नाम “गुलिस्ताँ-शेर-ओ-शायरी” है में अज़ीम शायर, जॉन एलिया, निदा फ़ाज़ली, गुलज़ार, राहत इंदोरी जैसे कवियों की चुनिंदा शायरी पेश की जाएगी। aawaz.com मुंबई स्थित अग्रयः टेक्नोलॉजीज़ प्राइवेट लिमिटेड का एक उत्पाद है।

उर्दू संस्करण के लॉन्च पर टिप्पणी करते हुए aawaz के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) श्रीरमन त्यागराजन ने कहा,

“हिंदी और मराठी के बाद, उर्दू व्यापक रूप से पढ़ी जाती है और दूसरी सबसे प्रकाशित होने वाली भाषा है। आवाज़ पर हमें इस भाषा के लिए अनुरोध प्राप्त हुए, जो केवल उन लोगों तक ही सीमित नहीं हैं, जो नियमित रूप से उर्दू बोलते हैं। लोग उर्दू शायरी, ग़ज़ल और शायरी सुनना पसंद करते हैं, और इसी सोच से हमने उर्दू जोड़ने का फैसला लिया है।”

ऋषभ वासा, सह-संस्थापक और aawaz के मुख्य तकनीकी अधिकारी (CTO) ने कहा,

“भारतीय भाषाओं को एक मंच पर लाने के हमारे प्रयास में, हमने आवाज़ परिवार में उर्दू भाषा को जोड़ा है। उर्दू भाषा सभी को पसंद है, और इसे कविताओं तथा शेरों-शायरी के तौर पर श्रोताओं तक लाने के लिए यह हमारा एक छोटा सा कदम है। हमारी टीम ने जाने-माने उर्दू कवियों की जीवनी, खूबसूरत शेरो-शायरी, ग़ज़लों और नज़्मों को एकत्रित कर श्रोताओं तक लाने का प्रयास किया है।”

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