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येशु एक अनकही और अनसुनी कहानी है, जिसे पहली बार हिंदी के सामान्य मनोरंजन चैनल पर दिखाया जा रहा है- विवान शाह

येशु की भूमिका निभाने के लिए तैयार विवान शाह ने कहा-

“येशु की भूमिका मिलना बहुत अच्छी बात है, लेकिन यह एक बड़ी जिम्मेदारी भी है। खुशी के मारे मेरे पांव जमीन पर नहीं पड़ रहे हैं। यह वाकई में बहुत प्रेरणादायक और महत्वपूर्ण भूमिका है!”

ब्रज पत्रिका। बाल कलाकार विवान शाह छोटे परदे पर काफी समय से काम कर रहे हैं। मशहूर निर्देशकों के साथ कई फिल्मों और विज्ञापनों एवं शोज में काम करने के बाद, वह अब एण्ड टीवी के नये शो ‘येशु‘ में येशु की मुख्य भूमिका निभाने के लिए बिलकुल तैयार हैं। एक बातचीत के दौरान विवान ने अपनी भूमिका के बारे में विस्तार से बात की और बताया कि वो इसकी तैयारी किस तरह कर रहे हैं।

1. यह पहली बार है जब येशु की कहानी टेलीविजन पर प्रसारित की जाएगी। आपकी शुरुआत में क्या प्रतिक्रिया थी?

“इस शो का काॅन्सेप्ट अनूठा और हलचल मचाने वाला है। हिन्दी के सामान्य मनोरंजन चैनल के क्षेत्र में पहली बार ‘येशु‘ की अनकही, अनसुनी कहानी प्रस्तुत की जा रही है। इसकी कहानी, किरदार और आॅनस्क्रीन प्रस्तुति सबकुछ काफी दिलचस्प है।”

2. आप कौन सी भूमिका निभा रहे हैं और हमें इसकी कहानी के बारे में बताइये?

“मैं मेनलीड- येशु का टाइटल रोल कर रहा हूँ। वह सभ्य, मधुर और संवेदनशील लड़का है, जिसे प्रकृति, पशुओं और मानवजाति से गहरी सहानुभूति है। अपनी माँ के साथ उसका रिश्ता बहुत खास है और वह एक विशुद्ध आत्मा है। उसके जीवन का उद्देश्य उसकी उम्र के दूसरे बच्चों से बहुत अलग है, वह दुनिया को बच्चे जैसी उत्सुकता से देखता है और गलत बातों पर सवाल उठाता है। इसकी कहानी ऐसी है कि येशु विशेष रूप से एक परोपकारी बच्चे की कहानी है जो सिर्फ अच्छाई करना चाहता है और अपने आसपास खुशियां फैलाता है। सभी के लिए उसका प्यार और करुणा उन बुरी, शैतानी शक्तियों के लिये बिल्कुल विपरीत हैं, जो उनके जन्म और बचपन के दौरान मौजूद थीं। अपनेे परिवार और समाज पर होने वाले अत्याचारों ने उन्हें काफी प्रभावित किया। दूसरों की मदद करने और उनके दर्द को कम करने की कोशिश अक्सर उन्हें उस राह पर ले जाती थी जहां वह निश्चित रूप से आहत होते थे और न सिर्फ उत्पीड़कों बल्कि एक बड़ी संख्या में लोगों द्वारा भी उनकी निंदा की जाती थी। लेकिन आखिरकार ये चीजें भी उन्हें उनके रास्ते पर चलने से नहीं रोक पाईं। यह सिर्फ अच्छाई बनाम बुराई के बीच की एक आदर्श कहानी ही नहीं है, बल्कि यह येशु और उनकी समर्थक एवं मार्गदर्शक बनीं उनकी मां के बीच के खूबसूरत रिश्ते को भी दर्शाता है।”

3. लीड रोल निभाने का मौका पाकर कैसा लग रहा है?

“येशु की भूमिका मिलना बहुत अच्छी बात है, लेकिन यह एक बड़ी जिम्मेदारी भी है। खुशी के मारे मेरे पांव जमीन पर नहीं पड़ रहे हैं। यह वाकई में बहुत प्रेरणादायक और महत्वपूर्ण भूमिका है। मैं इससे अच्छा और कुछ भी नहीं चाह सकता था। इसमें जानने, सीखने और अपनाने के लिये बहुत कुछ है और मैं इसका बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं।”

4. आपको यह रोल कैसे मिला?इसके लिये आपको ऑडिशन के कितने राउंड्स से गुजरना पड़ा?

“मुझे विगत समय में कुछ मूवीज में काम करने का मौका मिला है और मैंने अच्छी तादाद में टेलीविजन विज्ञापन भी किये हैं। तो मुझे कैमरा फेस करने, डायलाॅग्स और ऑडिशन देने में दिक्कत नहीं होती है। चूंकि, मैं जयपुर में था, इसलिये ऑडिशनिंग के दो से तीन राउंड्स देने पड़े, जहाँ मेरे परिवार ने टीम के साथ मेरे वीडियोज शेयर किये और आखिरकार एक लुक टेस्ट के बाद मुझे लीड के लिये चुन लिया गया।”

5. इस किरदार में ढलने के लिये क्या आप कोई खास तैयारी कर रहे हैं?

“तैयारी की बात करूं, तो मुझे बहुत कुछ जानना, सीखना है और उसक ेअनुसार खुद को ढ़ालना है। सीखना जारी रहता है, हर उस सीन के साथ, जो शूट किया जाता है और जो शूट किया जाएगा। मेकर्स ने मेरे पैरेन्ट्स को कहानी और कैरेक्टर स्केच के बारे में विस्तार से बताया है, जिससे मैं अपने किरदार के बारे में ज्यादा जान सका। लुक और फील के मामले में, बहुत सारा रिसर्च किया गया है। मैं इस शो को लेकर बहुत रोमांचित हूँ और सभी की प्रतिक्रिया का उत्सुकता से इंतजार कर रहा हूँ।”

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