गली-मौहल्लों और कॉलोनियों में बच्चों ने किया रावण के पुतलों का दहन!
ब्रज पत्रिका, आगरा। विजयदशमी के आयोजन पर जहाँ रामलीला मैदान में रावण दहन का आयोजन नहीं हुआ, तो शहर के विभिन्न क्षेत्रों में कॉलोनी और गलियों-मौहल्लों में अलग-अलग स्थानों पर छोटे-छोटे रावण का दहन करके विजयदशमी के कार्यक्रम संपन्न हुए।
बल्केश्वर स्थित ओल्ड सस्वतीनगर में नन्हे-नन्हे कलाकारों द्वारा 20 फीट के रावण के पुतले का पुतले का बनाया गया था, जिसमें बांस-बल्ली, गत्ते, लोहे के तार एवं रंगीले कागज का प्रयोग किया गया था, कोविड महामारी का प्रभाव इस आयोजन पर भी दिखा, जिसे रावण के चहरे पर मास्क लगा कर दर्शया गया था, जिसमें यह दर्शाने का प्रयास किया गया था कि इस महामारी से बचने के लिए चहरे पर मास्क पहनना जरूरी है।
कार्यक्रम में कॉलोनी के नन्हे कलाकारों द्वारा राम व रावण की सेना बनाकर युद्ध का अभिनय किया गया। युद्ध अभिनय के बाद कॉलोनी में आतिशबाजी का आयोजन किया गया जिसके बाद रात्रि 10 बजे राम का स्वरूप बने विधुमय गर्ग व लक्ष्मण बने स्पर्श गर्ग द्वारा रावण के पुतले पर जलते हुए तीर द्वारा निशाना साधा गया। जिससे पुतले में आग लग गई व रावण का पुतला धूं-धूं करता हुआ बमों की आवाज के साथ जल गया। राम व रावण की सेना में यश मित्तल ने रावण का अभिनय किया, तथा लड्डू, कृष्णा, जतिन, कुश, माधव, रुद्राक्ष, आयुष, प्रियांश, कनव ने सेना में सैनिकों वानरों का अभिनय किया। कार्यक्रम का संचालन अमित गर्ग व रूप सज्जा आर्या गर्ग, युक्ति मित्तल, वंशिका गर्ग, श्रुति अग्रवाल व कौशिकी अग्रवाल ने किया।