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हरियाली चहुँ ओर बिछी, आनंदित मन का आँगन

नागरी प्रचारणी सभा में साहित्य साधिका समिति के तीजोत्सव की छाई हरियाली।

नारी सशक्तीकरण की मिसाल उपन्यास ‘गाथा पंचकन्या’ की रचनाकार रेनू ‘अंशुल’ को प्रदान किया सारस्वत सम्मान।

ब्रज पत्रिका, आगरा। साहित्य साधिका समिति द्वारा सोमवार को नागरी प्रचारिणी सभा परिसर में धूमधाम से हरियाली तीज उत्सव मनाया गया। महिला साहित्यकारों ने हरे-हरे परिधानों में हरीतिमा को साकार करते हुए आनंददायक पलों को साझा किया।

सचिव डॉ. यशोधरा यादव ‘यशो’ ने मनोभाव यूँ व्यक्त किए-

“आया मनभावन सावन, शिव शक्ति का है अर्चन। हरियाली चहुँ ओर बिछी, आनंदित मन का आँगन।”

कार्यक्रम में नारी सशक्तीकरण की मिसाल उपन्यास ‘गाथा पंचकन्या’ की रचनाकार आगरा में पली-बढ़ी किंतु वर्तमान में गाजियाबाद निवासी वरिष्ठ साहित्यकार रेनू ‘अंशुल’ को सारस्वत सम्मान प्रदान किया गया। उनके सहधर्मी दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड से सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारी अंशुल अग्रवाल को भी शॉल ओढ़ा कर सम्मानित किया गया।

इस दौरान समिति की संस्थापक वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. सुषमा सिंह, रमा वर्मा ‘श्याम’, अध्यक्ष डॉ. रेखा कक्कड़, संरक्षक कमलेश त्रिवेदी (हापुड़), सचिव डॉ. यशोधरा यादव ‘यशो’, डॉ. मधु भारद्वाज, डॉ. नीलम भटनागर, राज फौजदार, माया अशोक, विजया तिवारी, सावित्री राठौर, सुमन शुक्ला, निवेदिता दिनकर, प्रभा शर्मा, ममता भारती, डॉ. मंजू स्वाती, डॉ. अलका चौधरी और सुधा वर्मा प्रमुख रूप से मौजूद रहीं।

डॉ. रेखा कक्कड़ ने सम्मानित रचनाकार रेनू ‘अंशुल’ का परिचय प्रस्तुत किया। संगीता अग्रवाल ने सरस्वती वंदना और यशोधरा यादव ‘यशो’ ने संचालन किया।

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