बीआईएस (BIS) का विरोध : बंद रहीं जूता फैक्टियां और जूता उद्योग से जुड़ी हींग की मंडी
आगरा शहर के समस्त जूता कारोबारियों ने हींग की मंडी में पैदल मार्च कर किया बीआईएस (BIS) के विरोध में मुहिम तेज करने का आह्वान।
ब्रज पत्रिका, आगरा। एफएएफएम–फ्रेटर्निटी ऑफ आगरा फुटवियर मैन्युफैक्चरर्स के नेतृत्व में फुटवियर सेक्टर से जुड़े सभी प्रमुख संगठन एवं एसोसिएशंस के संयुक्त नेतृत्व में बीआईएस के विरोध में जूता कारोबारी पूरी तरह लामबंद दिखे, सोमवार को जूता फैक्ट्री और दुकानें पूरी तरह बंद रहीं। आगरा शहर के समस्त जूता कारोबारियों, जूते से जुड़ी फैक्ट्रियों एवं जूते के रॉ मेटेरियल बनाने एवं बेचने वालों ने सुबह 10:30 बजे माधव कॉम्प्लेक्स, हींग की मंडी से ढाकरान चौराहा तक पैदल मार्च किया। इस दौरान पूरा बाजार बंद रहा।
इस मौके पर कुलदीप सिंह कोहली ने कहा कि,
“जूता लाइफ स्टाइल प्रोडक्ट है। लाइफ स्टाइल प्रोडक्ट्स पर बीआईएस किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है। हाँ सेना के लिए जो जूता बनता है, उस पर बीआईएस (BIS) हो तो हमको कोई परेशानी नहीं है, लेकिन सेना का जूता आगरा में कोई फैक्ट्री नहीं बना रही।”
बीआईएस है उद्योगों के विरुद्ध काला कानून
आगरा शू फैक्टर्स फेडरेशन के मंत्री रोहित ग्रोवर ने बीआईएस को हाथ से बनने वाले जूते के उद्योग के विरुद्ध एक काला कानून बताया। भीम युवा व्यापार मंडल के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह ने कहा कि छोटे कारखाने बीआईएस की व्यवस्थाओं को लागू करने में समर्थ नहीं हो पाएंगे। आगरा सोल एवं शू कंपोनेंट के विनोद सीतलानी ने कहा यदि बीआईएस लागू किया जाता है तो रॉ मेटेरियल की लागातें अत्यधिक बढ़ जाएंगी। एफएएफएम के सचिव संचित मुंजाल ने कहा कि हम किसी भी स्तर पर बीआईएस को स्वीकार नहीं करेंगे हर स्तर पर हम अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।
प्रमुख रूप से रहे शामिल
इस दौरान आगरा शू फैक्टर्स फेडरेशन के मंत्री दिलीप खूबचंदानी, एफएएफएम के कोषाध्यक्ष रोमी मगन, विनोद कत्याल, संजीव इलाहाबादी, समीर ढींगरा, मनीष लूथरा, चन्दर सचदेवा, अंबा प्रसाद गर्ग, रूबी ग्रोवर, जतिन खुराना, जेठा भाई, शरद लूथरा, सुनील बजाज, सुधीर महाजन, नरेंद्र कश्यप, संजय अरोड़ा, रवि चंदानी आदि विशेष रूप से शामिल रहे।