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इप्टा आगरा की स्व. शैलेंद्र रघुवंशी को समर्पित थियेटर वर्कशॉप का होटल गोवर्धन में रंगारंग समापन

कार्यक्रम में होटल गोवर्धन के मालिक दिवंगत सुरेंद्र शर्मा जी को 2 मिनट का मौन धारण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।

ब्रज पत्रिका, आगरा। भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) आगरा की स्वर्गीय शैलेंद्र रघुवंशी को समर्पित 10 दिवसीय थियेटर वर्कशॉप का होटल गोवर्धन के सभागार में रंगारंग समापन समारोह संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ शैलेंद्र रघुवंशी के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि के साथ हुआ। मुख्य अतिथि डॉक्टर श्री भगवान शर्मा, प्रतिष्ठित कवि सोम ठाकुर, डॉक्टर शशि तिहारी व शहीद स्मारक समिति के मंत्री राजवीर सिंह राठौर ने स्वर्गीय शैलेंद्र रघुवंशी को अपनी श्रद्धांजलि दी।

कार्यक्रम में होटल गोवर्धन के मालिक दिवंगत सुरेंद्र शर्मा जी को 2 मिनट का मौन धारण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। उसके बाद समापन समारोह में आगरा इप्टा के कलाकारों व थियेटर वर्कशॉप के प्रतिभागियों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए। सर्वप्रथम संगीत निर्देशक सलिल चौधरी द्वारा संगीतबद्ध व शलभ श्रीराम द्वारा रचित गीत, “मजूर आ, किसान आ, वतन के नौजवान आ” को प्रस्तुत किया गया। उसके बाद एक और गीत, “इसीलिए तो नगर नगर बदनाम हो गए मेरे आंसू” को प्रभावशाली ढंग से इप्टा आगरा के संगीत निर्देशक परमानंद शर्मा के निर्देशन में प्रस्तुत किया गया।

अवध बिहारी ट्रस्ट सम्मान से इप्टा के वरिष्ठ रंगकर्मी असलम खान को उनकी रंगमंच की सेवाओं के लिए डॉ. शशि तिवारी द्वारा सम्मानित किया गया। साथ ही थियेटर वर्कशॉप के नन्हे प्रतिभागियों समीर खान, कबीर खान व अलिशबा चौहान ने राजेंद्र रघुवंशी रचित गीत नाटिका “तोता-तोती” को प्रस्तुत किया, जिसमें पर्यावरण से संबंधित संदेश दिया गया था। नीतू दीक्षित ने संजय अग्रवाल की कविता “मेरी पत्नी” को दमदार तरीके से प्रस्तुत किया।

इसके अलावा राजेंद्र रघुवंशी द्वारा लिखित श्रृंगार रस का गीत, “मलिनीया करे सोलह सिंगार” को सूर्यदेव ने गाकर समा बांध दिया तो वहीं असलम खान ने ओमप्रकाश नदीम का गीत “ढाई आखर प्रेम” को बहुत ही खूबसूरती से पेश किया। राजेंद्र रघुवंशी लिखित और दिलीप रघुवंशी निर्देशित कहानी “जेल के पंछी” का नाट्य प्रस्तुतिकरण शकील चौहान, कमल गोस्वामी, जय कुमार व अनुज गोस्वामी द्वारा किया गया। अंत में सभी कलाकारों द्वारा राजेंद्र रघुवंशी के गीत “बाधक हो तूफान बवंडर” को प्रस्तुत किया गया।

इस अवसर पर कुमकुम रघुवंशी, आनंद बंसल व सिद्धार्थ रघुवंशी ने व्यवस्थाओं को संभाला। कार्यक्रम में रमेश पंडित, सुबोध गोयल, कथक नृत्यांगना ज्योति खंडेलवाल, उमा शंकर मिश्र, मनोज सिंह, संजीव गौतम, डॉ. राजीव शर्मा, विशाल रियाज़, प्रमोद सारस्वत आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। अंत में इप्टा के वरिष्ठ साथी मुक्ति किंकर ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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