सबको हँसाने वाले स्टैंड अप कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव सबको रुलाकर चले गए
डॉ. महेश चंद्र धाकड़
ब्रज पत्रिका। दुनिया को हँसाने वाला एक लोकप्रिय हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव सबको रुलाकर चला गया। 21 सितम्बर 2022 को उनकी मृत्यु हो गयी। 25 दिसंबर 1963 को कानपुर में जन्मे राजू श्रीवास्तव हास्य की दुनिया में एक चमकदार सितारे के रूप में स्थापित हो गए थे। वह मंच पर आम आदमी से जुड़ी हुई रोज़मर्रा की छोटी-छोटी घटनाओं को केंद्र में रखकर व्यंग सुनाने के लिए जाने जाते थे।
हाल ही में पसीने में दर्द की शिकायत के तुरंत बाद, उन्हें 10 अगस्त 2022 को दिल का दौरा पड़ा था, जब वे जिम में कसरत कर रहे थे। उनकी एंजियोप्लास्टी हुई और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। उपचार के दौरान उनके मस्तिष्क में सूजन देखी गई, न्यूरोलॉजिस्ट द्वारा उनका इलाज किया गया। जब से उन्हें दिल का दौरा पड़ा, तब से ही उनकी हालत गंभीर थी, और अंततः 21 सितंबर 2022 को दिल्ली स्थित एम्स में इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। हालांकि डॉक्टरों ने पहले ही उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया था। बीच में उन्हें तेज बुखार भी आया, शरीर में इंफेक्शन होने की बात भी सामने आई थी।
हास्य की दुनिया में राजू श्रीवास्तव 1993 से काम कर रहे थे। उन्होंने मशहूर संगीतकार कल्यान जी आनंद जी, बप्पी लाहिड़ी एवं गायक नितिन मुकेश जैसे कलाकारों के साथ देश ही नहीं बल्कि विदेशों तक में अपनी हास्य कला का बखूबी प्रदर्शन किया था। दुनिया भर में वह अपनी कुशल मिमिक्री के लिए जाने जाते थे। निःसंदेह उनको अपने करियर में असली सफलता तो लोकप्रिय शो ‘ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज’ से ही मिली थी। इस शो में अपने कमाल के प्रदर्शन की बदौलत वह सबके दिलों में जगह बनाते गए। उसके बाद उन्होंने बिग बॉस-3, में हिस्सा लिया और दो महीने तक घर में सबको गुदगुदाने के बाद 4 दिसम्बर, 2009 को वोट आउट कर दिए गए थे। बाद में उन्होंने कॉमेडी शो, कॉमेडी का महा मुकाबला में भाग लिया। 2013 में, राजू ने अपनी पत्नी संग ‘नच बलिए सीजन-6 में भी भाग लिया।
राजू श्रीवास्तव ने जिन फिल्मों में खासतौर से काम किया था, उनमें तेज़ाब, मैंने प्यार किया, बाज़ीगर, मिस्टर आज़ाद, अभय, आमदनी अठन्नी खर्चा रुपइया, वाह! तेरा क्या कहना, मैं प्रेम की दीवानी हूँ, विद्यार्थी: द पावर ऑफ स्टूडेंट्स, बिग ब्रदर, बॉम्बे टू गोवा, भावनाओं को समझो, बारूद: द फायर – अ लव स्टोरी’, टॉयलेट एक प्रेम कथा, फिरंगी सरीखी फिल्में शामिल हैं।
राजू श्रीवास्तव राजनीति से भी जुड़े। समाजवादी पार्टी ने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए उनको कानपुर से राजनीति के मैदान में उतारा। लेकिन 11 मार्च 2014 को श्रीवास्तव ने यह कहते हुए अपना टिकट वापस कर दिया कि उन्हें पार्टी की स्थानीय इकाइयों से पर्याप्त समर्थन नहीं मिल रहा है। उसके बाद, वह 19 मार्च 2014 को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें स्वच्छ भारत अभियान का हिस्सा बनने के लिए नामित किया। उनको उत्तर प्रदेश फ़िल्म विकास परिषद का चेयरमैन भी बनाया गया।
मेरी भी जुड़ी हैं ये कुछ यादें राजू श्रीवास्तव से अपनी मुलाक़ातों की
ब्रज पत्रिका। स्टैंड अप कॉमेडी की दुनिया के सुपर स्टार श्री राजू श्रीवास्तव जी से कई यादगार मुलाक़ातें हुई हैं, कई यादें भी उनसे जुड़ी हुई हैं! एक बार ताज महोत्सव में जब हिंदुस्तान द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम में वह आये थे तो उस कार्यक्रम में काफी इंतजार करते-करते जब काफी रात हो गयी तो शिल्पग्राम जाकर इंटरव्यू लेने का समय नहीं था, मुझे मालूम हुआ मेरे मित्र संचार इवेंट कंपनी के मालिक तरुण रावत जी वहीं हैं मैंने उनको फोन करके आग्रह किया कि वह राजू श्रीवास्तव जी से फोन पर मेरी बात करवा दें, उन्होंने उनसे निवेदन कर मेरा फोन पर इंटरव्यू कराया जो हिंदुस्तान में अगले दिन छपा।
खास बात यह कि उस वक़्त राजू श्रीवास्तव की स्टारडम पीक पर थी, उनकी जगह कोई और कलाकार होता तो शायद फोन पर इंटरव्यू के लिए राजी न होता क्योंकि वह यात्रा से थके शिल्पग्राम में पहुँचे थे, तत्काल उन्हें शो में परफॉर्म करना था, ऐसे में कलाकार मूड बनाने में लग जाता है, पत्रकारों से बातचीत में नहीं उलझता, लेकिन उन्होंने सहज-सरल व्यक्तित्व का परिचय देते हुए इंटरव्यू के लिए कॉल अटेंड किया।
इसके बाद एक और मुलाक़ात हुई बिग एफएम के स्टूडियो में जब वह एक प्रमोशनल विजिट पर आए थे, उस वक़्त मेरे मित्र और रेडियो के प्रोग्रामिंग हैड जितेंद्र कुमार शर्मा जी ने मेरा इंटरव्यू करवाया, बेहद तसल्लीभरी बातचीत हुई उनसे। उनके साथ फोटो भी खिंचवाए और ऑटोग्राफ भी लिए, जो मेरा चिर-परिचित और पुराना शगल रहा है कलाकारों के इंटरव्यू के दौरान।
इसके बाद आखिरी बार उनसे मिल तो नहीं सके मगर दर्शन जरूर हुए, हुआ यूँ कि हम हुनर हाट-2022 देखने गए थे, ग्रीन रूम में एक दूसरे कलाकार से मिलकर निकले तो काफी रात हो चुकी थी, अपने मित्र अजय शर्मा जी और बृजेश शर्मा जी को बाय-बाय कहने दर्शक दीर्घा में आये वहीं श्री पूरन डाबर साहब भी बैठे थे, उनको भी सादर प्रणाम किया।
मुझे भीड़ में से गुजरता देख राजू श्रीवास्तव जी ने अपनी कलाकारी मुझ पर ही दिखा डाली, और मुझ पर टिप्पणी करते हुए लोगों को जमकर हंसाया। खैर हास्य कलाकारों और हास्य कवियों का ये अंदाज़ मेरे लिए कोई नयी बात नहीं, ऐसे तमाम नज़ारे देखे हैं। मैं भी उनको स्नेहपूर्वक प्रणाम करते हुए निकल लिया। आज उनके दुनिया से चले जाने के बाद उनसे जुड़ी हुई ऐसी पुरानी समस्त यादें मेरे जेहन में फिर से ताज़ा हो उठी हैं!
मशहूर हास्य कलाकार श्री राजू श्रीवास्तव साहब के दुनिया से अलविदा कहकर चले जाने का बहुत दुःख है। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान कर श्री चरणों मे स्थान दें और शोक संतप्त परिवार को दुःख को सहन करने के लिए सम्बल प्रदान करें! भावपूर्ण श्रद्धांजलि! ॐ शांति!
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