झुकी-झुकी सी नज़र बेकरार है कि नहीं, दबा-दबा सा सही दिल में प्यार है कि नहीं…!
मशहूर गायक सुधीर नारायण एवं साथी कलाकारों ने कार्यक्रम में नजीर अकबराबादी, ग़ालिब, आमिर खुसरो, सूरदास, कबीर, निराला और कई अन्य मशहूर शायरों और गीतकारों की रचनाओं की प्रस्तुति से मन मोह लिया।
ब्रज पत्रिका, आगरा। अमृत विद्या एजुकेशन फॉर इम्मोर्टलिटी सोसाइटी के तत्वावधन रविवार 5 जून को पर्यावरण दिवस पर एक संगीत संध्या ‘इबादत ऐ मौसिकी’ का आयोजन होटल द के.एस. रॉयल, सिकंदरा में किया गया। यह केवल मनोरंजन तक ही सीमित न होकर अध्यात्म और आत्मिक अनुभूति का एहसास करने का अवसर भी था। प्रख्यात गजल गायक सुधीर नारायण आयोजन का मुख्य आकर्षण थे।
सुधीर नारायण सादगी और मिलनसार प्रवृत्ति की धनी आगरा की एक ऐसी शख्सियत हैं, जिन्होंने आगरा का नाम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है। स्थापित गजल गायक के रूप में हर साल वह अनेक देशों में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेते रहे हैं। लेकिन जिन देशों में वह नहीं गये हैं, वहां भी बड़ी संख्या में उनके प्रशंसक हैं। ताज महोत्सव, झांसी महोत्सव, रामायण मेला अयोध्या, कुंभ मेला हरिद्वार, इलाहाबाद (प्रयाग राज) जैसे अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में उनकी भागीदारी रही है।
सुशील सरित द्वारा सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ द्वारा रचित मां सरस्वती की वंदना ‘वीणा वादिनी वर दे’ की प्रस्तुति के साथ यह कार्यक्रम शुरू हुआ। जबकि नज़ीर अकबराबादी, मिर्ज़ा गालिब सहित कई अन्य शायरों की गजल, नज्म आदि की सरस प्रस्तुतियां सुधीर नारायण द्वारा की गईं। झुकी-झुकी सी नज़र बेकरार है कि नहीं, दबा-दबा सा सही दिल में प्यार है कि नहीं…, फिर छिड़ी रात बात फूलों की रात है या बारात फूलों की…, सब ठाठ पड़ा रह जायेगा जब लाद चलेगा बंजारा… आदि सरीखी उनकी कई प्रस्तुतियां बेहद पसंद की गईं। उनके साथी गायकों में आर्ची, श्रेया और देशदीपक शामिल थे।
कार्यक्रम में केंद्रीय विधि मंत्री एसपी सिंह बघेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री रामजीलाल सुमन, लल्लन प्रसाद, कमिश्नर सीजीएसटी, आगरा परिक्षेत्र और उनका परिवार, लक्ष्मी नारायण गुप्ता, बबिता साहू, एसपी विजिलेंस-डीवीएनएल, आगरा के पोस्टमास्टर जनरल राजीव, पोस्ट ऑफिस के वरिष्ठ अधिकारी आनंद, डॉ.आर.सी. शर्मा इतिहासकार, शायर अधिवक्ता आमिर अहमद जाफरी, डॉ. मधु भारद्वाज, डॉ. रोली सिन्हा, डॉ. नीतू सिंह, राजीव सक्सेना, अनिल कपूर, अनिल शर्मा, कांति शर्मा आदि की भागीदारी रही। शिरोमणि सिंह ने सोसाइटी की तरफ से आये हुए मेहमानों का स्वागत किया एवं डॉ. संजय मिश्रा प्रवक्ता, इंग्लिश, आरबीएस कॉलेज, आगरा ने धन्यवाद दिया। सुशील सरित ने कार्यक्रम का संचालन किया।
संस्था द्वारा कई अविस्मरणीय कार्यक्रम पहले भी किए जा चुके हैं
सामान्यत: ताजमहल के आसपास के क्षेत्रों को ही इस प्रकार के आयोजनों का केंद्र माना जाता रहा है, जबकि विरासत संपदा ‘सिकन्दरा’ के क्षेत्र में होने वाला संभवत: यह पहला कार्यक्रम था।होटल द के.एस. रॉयल के लॉन में आयोजित इस आयोजन की सफलता से आने वाले समय में और आयोजनों का मार्ग प्रशस्त हुआ है। बुक लॉन्चिंग सहित कई अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम सोसाइटी की ओर से पूर्व में भी यहीं किये जाते रहे हैं।
‘कांफ्रेंस के रूप में एक अन्य महत्वपूर्ण दिल्ली के पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना जो कि सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर थे को बुलाकर ‘आगरा में cctv सर्विलांस’ पर शहर के प्रबुद्ध नागरिकों के साथ एक चर्चा 2017 में आयोजित की थी। परिणाम स्वरूप सड़कों और चौराहों को सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में लाया जाना ‘शहर की अहम जरूरत के रूप में चिन्हित हुआ था। बाद में तो आगरा ही नहीं पूरे प्रदेश में सीसीटीवी आधारित निगरानी व्यवस्था नीतिगत तौर पर प्रचलन में स्वीकार ली गयी। वर्ष 2017 में “इबादत ए इश्क” का भी आयोजन किया गया था। इसमें संदीप साईंलॉस ( रेलवे के उच्च अधिकारी) की कविताओं का पाठ और नृत्य द्वारा एक भव्य कार्यक्रम हुआ था।