रहें ना रहें हम, महका करेंगे बन के कली बन के सबा बाग़े वफ़ा में, रहें ना रहें हम…!
सांस्कृतिक एवं साहित्यिक मंच ‘माधुर्य’ ने स्वर कोकिला लता मंगेशकर को दी भावमय स्वरांजलि।
आवास विकास स्थित पुष्पांजलि गार्डेनिया में सजी सुरमई शाम, गायिका निशिराज और अजय सारस्वत की सुमधुर जुगलबंदी ने लता जी की सुनहरी यादों को किया ताजा!
ब्रज पत्रिका, आगरा। सांस्कृतिक एवं साहित्यिक मंच ‘माधुर्य’ के बैनर तले शनिवार को आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर 16-बी स्थित पुष्पांजलि गार्डेनिया के खूबसूरत एम्फी थिएटर में सुरमई शाम सजाई गई। स्वर कोकिला लता मंगेशकर को भावमय-स्वरांजलि अर्पित करते हुए ताजनगरी की मशहूर गायिका निशिराज और अजय सारस्वत की सुमधुर जुगलबंदी ने लता जी की सुनहरी यादों को ताजा कर दिया।
मेरी आवाज ही पहचान है…, तुझसे नाराज नहीं जिंदगी हैरान हूँ मैं…, तेरे बिना जिंदगी से कोई शिकवा तो नहीं…, तेरी बिंदिया रे…, रहें ना रहें हम महका करेंगे…, सागर किनारे दिल ये पुकारे…और कभी खुशी कभी गम…गीत के बोलों पर संगीत-रसिक भाव-विभोर होकर झूमने लगे। युवा गायक वरधान बाबा ने गिटार पर “ये दिल तुम बिन कहीं लगता नहीं हम क्या करें…” गीत सुनाकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
पुष्पांजलि ग्रुप के एमडी पुनीत अग्रवाल एवं डायरेक्टर मयंक अग्रवाल विशेष रूप से मौजूद थे। माधुर्य के संरक्षक आदर्श नंदन गुप्ता, सचिव राजकुमार जैन, शरद गुप्ता, सोमा सिंह, सहायक आयकर आयुक्त एसके अरेला, सुदर्शन दुआ आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। ‘माधुर्य’ संस्था की संस्थापक एवं अध्यक्ष निशिराज ने कार्यक्रम का संचालन किया। पुष्पांजलि ग्रुप के एमडी पुनीत अग्रवाल ने अंत में धन्यवाद ज्ञापन किया।