ब्रज की आगरा नगरी में भी एक यादगार शाम अपने संगीत से सजा चुके हैं बप्पी लाहिड़ी, उद्यमी गुरुस्वरूप श्रीवास्तव लाये थे बप्पी दा को आगरा!
गुरू स्वरूप श्रीवास्तव ने उनके निधन पर जताया शोक, कहा कि वे शान से जीये, संगीत का भी बढ़ाया मान, सम्मान और अभिमान!
ब्रजपत्रिका, आगरा। विख्यात संगीतकार और गायक बप्पी लहरी के निधन पर आगरा निवासी उद्यमी गुरुस्वरूप श्रीवास्तव ने शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि आगरा से उन्होंने ही बप्पी को जोड़ने का प्रयास किया था। बप्पी लहरी का बुधवार को सुबह निधन हो गया।
इस पर उद्यमी गुरुस्वरूप श्रीवास्तव ने मुंबई से फोन पर कहा कि,
“वह बहुत ही नेक दिल इंसान थे। संगीत को उनका समर्पण लाजवाब था। उन्होंने संगीत को शान दी और स्वयं भी हमेशा शान से जीये। संगीत का मान, सम्मान और स्वाभिमान बढ़ाया था।”
उद्यमी गुरुस्वरूप श्रीवास्तव ने बताया कि,
“जब मुंबई में वर्ष 2005 में गोल्डन जुबली फिल्म फेयर अवार्ड को उन्होंने स्वयं प्रायोजित किया था, तब उसमें बप्पी लहरी को आमंत्रित नहीं किया गया था। उन्हें जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने उन्हें आमंत्रित किया था, जिससे उन्हें बहुत सम्मान का भाव लगा और वे तभी से मुझसे जुड़ गए थे।”
नेशनल चैंबर आफ इंडस्ट्रीज एंड कामर्स, आगरा के अध्यक्ष अमर मित्तल के अनुरोध पर वर्ष 2004-05 में बप्पी लहरी को आगरा लेकर आए थे। यहां होटल क्लार्क शीराज में नेशनल चैंबर आफ इंडस्ट्रीज एंड कामर्स द्वारा एक म्यूजिकल नाइट आयोजित की गयी थी, जिसमें बप्पी लहरी ने अपनी प्रस्तुतियों से श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया था। बप्पी के साथ उनकी धर्मपत्नी और बेटी भी आयीं थीं। नेशनल चैंबर द्वारा बप्पी दा का आगरा में अभिनंदन भी किया गया था।
टूरिज्म गिल्ड आफ आगरा के पूर्व अध्यक्ष अरुण डंग ने बताया कि,
“करीब छह-सात वर्ष पूर्व उद्यमी गुरु स्वरूप श्रीवास्तव ने होटल क्लार्क शीराज में शहर के उद्यमियों व प्रबुद्ध वर्ग के लोगों का कार्यक्रम कराया था। इसमें बप्पी लहरी भी आए थे और शहरवासियों के साथ गहन मंथन किया था। बप्पी लहरी के निधन से शहरवासी काफी दुखी हैं। सभी ने अपने-अपने स्तर पर शोक व्यक्त किया है।”