मौजूदा मुखी संत बाबा प्रीतम सिंह जी की दस्तार बंदी के साथ 34वां गुरमत समागम का समापन
ब्रजपत्रिका, आगरा। गुरूद्वारा गुरु का ताल स्थित भाई नंदलाल समागम हाल पर 34वां गुरमत समागम जो कि दिनाक 1 अक्टूबर से शुरू हुआ था का, धार्मिक वातावरण में समापन हुआ।
इसमें आज मौजूदा मुखी संत बाबा प्रीतम सिंह जी की दस्तार बंदी भी विभिन्न संस्थाओं द्वारा की गई।
आज के कार्यक्रम की शुरुआत हजूरी रागी भाई जगतार सिंह भाई हरजीत सिंह ने गुरुवाणी का गायन किया। तदुपरांत भाई बलदेव सिंह हजूरी रागी श्री दरबार साहिब ने “मेरे राम हर जन कै हो बल जाइ” का गायन करते हुए कहा कि है प्रभु जो आपकी नाम की बन्दगी करते है मैं उनके ऊपर बलिहारी जाऊँ।
उसके पश्चात भाई जसवीर सिंह पाऊँटा साहिब वालों ने भी गुरु के जस का गायन कर सब का मन मोह लिया। ढाढी जत्था ज्ञानी हरविंद्र सिंह हंसवीर ने पुरातन इतिहास का गायन किया। भाई त्रिलोक सिंह (यूके), भाई इंद्रजीत सिंह, इंटरनेशनल कविशरी जत्था के भाई दलजीत सिंह (सितारगंज), भाई मनमोहन सिंह निमाना ने कथा कीर्तन से संगत को निहाल किया।
इस अवसर पर मौजूदा मुखी संत बाबा प्रीतम सिंह जी का मस्तुआना सम्प्रदाय, राजस्थान गुरमत प्रचार कमेटी एवं लंगर साहिब हजूर साहिब की तरफ से दस्तार सजा कर सम्मानित किया। इस अवसर पर महापुरुष संत बाबा नरिंदर सिंह हजूर साहिब, सिंह साहिब बाबा गजजन सिंह, संत बाबा अवतार सिंह जी दल बाबा विधि चंद, संत बाबा जंग सिंह, संत जसपाल सिंह, संत राजेंद्र सिंह लंगर साहिब, संत जसविंदर सिंह, बाबा प्रताप सिंह, बाबा ठाकुर सिंह (धौलपुर), बाबा हरि सिंह, मीडिया प्रभारी मास्टर गुरनाम सिंह आदि की उपस्थित उल्लेखनीय रही।