प्रयागराज के बिशप राफ़ी मंजलि आगरा महा धर्मप्रांत के आर्च बिशप घोषित
ऐतिहासिक दृष्टि से उत्तर भारत के सबसे प्राचीन आगरा महाधर्म प्रांत में महा धर्माध्यक्ष का पद वर्तमान आर्च बिशप डॉ. आल्बर्ट डिसूजा द्वारा विगत चार अगस्त 2020 को 75 वर्ष की आयु पूरी कर लेने के कारण रिक्त हो गया था।
संभवतः जनवरी (2021) महीने के मध्य तक आर्चबिशप डॉ. राफ़ी मंजलि आगरा के पदभार संभाल लेंगे।
ब्रज पत्रिका, आगरा। रोमन कैथोलिक ईसाइयों के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने इलाहाबाद धर्मप्रांत के बिशप डॉ. राफ़ी मंजलि को आगरा महाधर्मप्रांत का नया आर्चबिशप (महाधर्माध्यक्ष) नियुक्त किया है। ऐतिहासिक दृष्टि से उत्तर भारत के सबसे प्राचीन आगरा महाधर्म प्रांत में महा धर्माध्यक्ष का पद वर्तमान आर्च बिशप डॉ. आल्बर्ट डिसूजा द्वारा विगत चार अगस्त 2020 को 75 वर्ष की आयु पूरी कर लेने के कारण रिक्त हो गया था। नये आर्च बिशप की नियुक्ति की जानकारी नई दिल्ली, प्रयागराज, आगरा और वेटिकन सिटी में सायं 4.30 बजे गिरजाघरों की सभी घंटियाँ एक साथ बजाकर दी गयी।
आगरा महाधर्मप्रांत के मीडिया प्रभारी व सेंट लॉरेंस सेमिनरी के स्पिरिचुअल डायरेक्टर फादर मून लाजरस ने बताया कि,
“बिशप डॉ. राफ़ी मंजलि आगरा महाधर्मप्रांत के ही एक पुरोहित थे। सात फरवरी 1958 को त्रिचूर (केरल) में जन्मे धर्माचार्य राफ़ी मंजलि 11 मई 1983 को एक पुरोहित अभिषिक्त हुए। 30 अप्रैल 2007 को आप वाराणसी धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष अभिषिक्त हुए। आपने 2007 से 2013 वाराणसी धर्मप्रांत में धर्माध्यक्ष के रूप में अपनी सेवाएं दीं। तत्पश्चात पोप बेनेडिक्ट सोलहवें ने उन्हें 2013 में प्रयागराज धर्मप्रांत स्थानांतरित कर दिया। दिसंबर 2013 से नवंबर 2020 तक आप प्रयागराज में हैं।”
प्रति धर्माध्यक्ष फादर इग्नेशियस मिरांडा की सूचनानुसार नवनियुक्त धर्माचार्य डॉ. राफ़ी मंजलि द्वारा आगरा में महाधर्माध्यक्ष के पदभार ग्रहण करने की तिथि बाद में घोषित की जायेगी। संभवतः जनवरी (2021) महीने के मध्य तक आर्चबिशप डॉ. राफ़ी मंजलि आगरा के पदभार संभाल लेंगे। क्रिश्चियन समाज सेवा सोसाइटी के अध्यक्ष डेनिस सिल्वेरा ने धर्माध्यक्ष डॉ. राफ़ी मंजलि को आगरा का महाधर्माध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर हर्ष व्यक्त किया है।