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रासलीला व ‘कलाकृति’ में मंच पर खूबसूरत नृत्य और अभिनय की छटा बिखेरने वाली जया सक्सैना के लिए नर सेवा ही नारायण सेवा!

ब्रज पत्रिका। ब्रज की एक कलाकार ऐसी भी है जो न सिर्फ लोक संस्कृति के क्षेत्र में अपनी शानदार प्रस्तुतियों से एक पहचान बना चुकी है वरन सेवा के क्षेत्र में भी एक अलहदा पहचान पा चुकी है। इस कलाकार का नाम है, जया सक्सैना।

कोविड-19 महामारी के प्रकोप के चलते जब समूची दुनिया थम सी चुकी थी, उस वक़्त जया सक्सैना उन कोरोना योद्धाओं की जमात में शामिल थी, जो अपनी जान जोख़िम में डालकर कोरोना मरीजों की सेवा में जुटे थे। बड़े-बड़े सांस्कृतिक मंचों पर कृष्ण प्रिया राधा रानी के किरदार को निभाने वाली जया सेवा के इस क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान देकर अपने वक़्त को सार्थक बनाने में जुटी हुई थी।

ब्रज की लोकप्रिय कलाकार जया सक्सैना ने ‘ब्रज पत्रिका’ को बताया कि,

“मैं ब्रज की रासलीला के मंचन में राधा रानी के किरदार में अभिनय और नृत्य की प्रस्तुति अपने ग्रुप की तरफ से देती आ रही हूँ। जिसमें मुझे बहुत आनंद और संतोष मिलता है। इसके अलावा आगरा में कलाकृति में भी बतौर कलाकार अपनी प्रस्तुतियाँ दे चुकी हूँ। इसके अलावा मॉडलिंग भी की है। बतौर मॉडल मैंने शूट भी किए हैं।”

कोरोना योद्धा के रूप में मेडिकल के क्षेत्र में भी सक्रिय भूमिका निभाने वाली जया सक्सैना ने बताया कि,

“मुझे लोगों की सेवा करने में बहुत सुकून और शांति मिलती है। ये एक बेहतरीन प्रोफेशन तो है ही साथ ही ये दुःख-दर्द से कराहते हुए लोगों की सेवा करने का सुअवसर भी प्रदान करता है। एक नर्सिंग स्टाफ के तौर पर अपनी सेवाएं देने पर मुझे बेशक़ गर्व है। कोरोना महामारी के प्रकोप के वक़्त लोगों की ज़िंदगी बचाने की कोशिश से बढ़कर कोई और पुण्य का काम क्या हो सकता है। हमारी सेवा से अगर मरीजों के चेहरों पर मुस्कान आ जाये तो हमारे लिए इससे अच्छा कोई पुरस्कार नहीं हो सकता।”

ताज़नगरी आगरा के खूबसूरत ‘कलाकृति’ ऑडिटोरियम में ‘मोहब्बत द ताज’ शो में अहम किरदार निभाती रही जया सक्सैना ने नृत्य और अभिनय दोनों ही विधाओं में खुद की प्रतिभा को बखूबी साबित किया है। शाही अंदाज़ में इसमें प्रस्तुतियां देनी हों, या फिर ब्रज की रासलीला में प्रभु की लीलाओं के मंचन को मंच पर साकार करना हो, हर रूप में अपनी खूबसूरती संग अभिनय व नृत्य कला प्रतिभा से रंग जमा रही है, जया सक्सैना।

प्रभु की लीलाओं का मंचन करना एक आध्यात्मिक और धार्मिक कार्य है, मगर सेवा के असल क्षेत्र में उतना ही सक्रिय होकर सेवा करना उस धार्मिक और आध्यात्मिक कार्य को एक पूर्णता प्रदान करने के समान ही है। कुछ इसी तरफ की विचारधारा की धनी और इसी सार्थक जीवनशैली की अभ्यस्त, मेडिकल प्रोफेशनल जया सक्सैना सरीखे युवाओं ने कोरोना महामारी के इस बुरे वक्त में दूसरों के लिए एक नज़ीर पेश की है।

जब लोग कोरोना महामारी के संक्रमण के भय से घरों में कैद हो गए थे, उस वक़्त भगवान सरीखे लग रहे थे, ये कोरोना योद्धा बने डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ। इस बुरे वक्त ने लोगों को यह अहसास भी करवा दिया कि आखिर समाज के असली शुभचिंतक और सेवा करने वाले कौन लोग हैं।

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