UA-204538979-1

एमवे इंडिया ने होम डिलीवरी में 200% का उछाल दर्ज किया; 2020 तक होम डिलीवरी ऑर्डर्स 5 गुना तक बढ़ाने पर ध्यान

ब्रज पत्रिका। देश की अग्रणी एफएमसीजी डायरेक्ट सेलिंग कंपनियों में से एक एमवे इंडिया ऑनलाइन ऑर्डर्स में वृद्धि को सुगम बनाने के लिए होम डिलीवरी (एचडी) और लॉजिस्टिक्स नेटवर्क को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। एमवे की 10 साल की विकास दृष्टि के हिस्से के तौर पर सामाजिक वाणिज्य के उभरते हुए रुझान के साथ मिलकर उद्यमिता की शक्ति को उन्मुक्त करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए इस वैश्विक डायरेक्ट सेलिंग दिग्गज ने इस साल की शुरुआत में लक्षित परिणामों को आगे बढ़ाने के लिए ऑफलाइन-टू-ऑनलाइन (O2O) को एकीकृत करना शुरू कर दिया था।

कंपनी ने ऑनलाइन बिक्री में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखा है, जो कि फरवरी 2020 में 33.6% से बढ़कर वर्तमान में 70% हो गया है। एमवे को इस प्रवृत्ति के जारी रहने की उम्मीद है और इस साल के अंत तक ऑनलाइन ऑर्डर 5-6 लाख प्रति माह तक पहुंचने की उम्मीद है। अपनी होम डिलीवरी रणनीति के हिस्से के रूप में आपूर्ति श्रंखला और स्वचालन को मजबूत करने के लिए 30 करोड़ रुपए निर्धारित किए।

एमवे की होम डिलीवरी रणनीति पर टिप्पणी करते हुए एमवे इंडिया के सीईओ अंशु बुधराजा ने कहा,

“पिछले कुछ महीनों में हमने उपभोक्ता व्यवहार में तीव्र बदलाव देखा है, विशेष रूप से रिटेल के क्षेत्र में, जिसके तहत लोग खरीदारी के लिए तेजी से ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की ओर उन्मुख हो रहे हैं। एमवे ने भी इसी तरह की प्रवृत्ति देखी है। जैसे ही वेब सेल्स दुगनी हुई, होम डिलीवरी ऑर्डर्स में एक महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है, और हम इस प्रवृत्ति के जारी रहने की उम्मीद करते हैं। निर्बाध खरीदारी के अनुभव और ऑर्डर्स के सुगम लास्ट-माइल वितरण को सुनिश्चित करने के लिए हम अपनी आपूर्ति श्रंखला और व्यूह रचना को मजबूत करने की दिशा में काम कर रहे हैं। वेयरहाउस स्पेस, मैनपॉवर, नए लॉजिस्टिक्स पार्टनर्स, वेयरहाउसेज में ऑटोमेशन और अन्य अंतिम छोर वाली प्रक्रियाओं को जोड़कर होम डिलीवरी के अनुभव को बढ़ाने के लिए हम 30 करोड़ रुपए का निवेश करेंगे। जैसे-जैसे हम आगे बढ़ेंगे, ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों प्लेटफॉर्म उपभोक्ता रुझानों और व्यवहार द्वारा निर्देशित एक प्रभावशाली ऑनलाइन फोकस के साथ एमवे इंडिया की भविष्य की रणनीति का एक प्रमुख घटक निर्मित करेंगे।”

बढ़ते ऑनलाइन ऑर्डर्स और इसके महत्व के बारे में बात करते हुए एमवे इंडिया के वाइस प्रेजिडेंट-ग्लोबल ओमनी चैनल लॉजिस्टिक्स संजीव सूरी ने कहा,

“वर्तमान में हम 2.8 लाख से अधिक होम डिलीवरी कर रहे हैं, जो हमारी कुल बिक्री का लगभग 70% -80% है और मार्च से पहले हम 1 लाख होम डिलीवरी ही कर रहे थे, जो किहमारी कुल बिक्री संख्या का 40% हिस्सा था। यह एक नई विश्व व्यवस्था को दर्शाता है, जहां उपभोक्ता एक बटन के क्लिक पर ही सब कुछ चाहते हैं। यह प्रवृत्ति भारतीय उपभोक्ताओं के द्वारा ई-कॉमर्स को अपनाने के संदर्भ में विशेष रूप से प्रासंगिक है, जो गोल्डमैन सैक्स की नवीनतम रिपोर्ट ‘ग्लोबल इंटरनेट: ई-कॉमर्स स्टीपनिंग कर्विंग कर्व’ के अनुसार 2024 तक 27% बढ़कर 99 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। इस उभरती हुई प्रवृत्ति का संज्ञान लेने के लिए हम खरीद के बाद वाले अनुभव को बेहतर करने के लिए अगले साल की शुरुआत तक, पहले क्वार्टर में, सेम डे-डिलीवरी और ऑनलाइन रिटर्न सर्विसेज शुरू करने की योजना बना रहे हैं।”

उभरते आपूर्ति श्रंखला परिदृश्य को समायोजित करने के लिए एमवे इंडिया एक मजबूत आपूर्ति श्रंखला और होम डिलीवरी रणनीति की दिशा में काम कर रही है। इसके तहत एमवे स्पष्ट रूप से संरचित बहु-विक्रेता राष्ट्रीय गठबंधनों के अंतर्गत एक स्वतंत्र लास्ट-माइल डिलीवरी मॉडल का निर्माण कर रही है।

वर्तमान में एमवे 18 स्थानीय और राष्ट्रीय वितरण भागीदारों के संयोजन के साथ काम कर रही है और 2020 के अंत तक कुछ प्रमुख राष्ट्रीय व्यूह रचना भागीदारों को जोड़कर इस नेटवर्क को मजबूत करने की योजना बना रहा है। कंपनी अब 8,000 पिन कोड में सेवाएं दे रही है और आने वाले समय में अधिक राष्ट्रीय भागीदारों को जोड़कर और उनके नेटवर्क का लाभ उठाकर 15,000 पिन कोड तक पहुंचने का लक्ष्य रखती है। एमवे ऑनलाइन मांग को सुगम बनाने और उसे पूरा करने के लिए पूरे भारत में 40% अतिरिक्त थर्ड-पार्टी मैनपॉवर को जोड़ना चाह रही है।

तकनीक पर बढ़ती निर्भरता ने एमवे इंडिया के संचालन के हर स्तर पर अनवरत डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन का मार्ग प्रशस्त किया है। कई डिजिटल और सोशल टूल्स के हालिया लॉन्च के साथ, एमवे इंडिया का उद्देश्य एमवे के डायरेक्ट सेलर्स के लिए उत्पादों को खरीदने और बेचने एवं अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए ऑनलाइन विधि अपनाने को 10 गुना आसान बनाना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!