UA-204538979-1

इक दिन बिक जाएगा माटी के मोल, जग में रह जाएंगे प्यारे तेरे बोल…

ब्रज पत्रिका, आगरा। “जग में रह जाएंगे प्यारे तेरे बोल” पार्श्व गायक मुकेश दा की जन्मतिथि पर साहित्य संगीत संगम एवं भारतीय बैन्कर्स क्लब के संयुक्त तत्वावधान में ऑनलाइन वीडियो संगीत समारोह का आयोजन किया गया। आयोजन का शुभारंभ सरस्वती वंदना से सुशील सरित एवं स्वागत उद्बोधन से डॉ. राजेन्द्र मिलन ने किया। आयोजन का परिचय देते हुए सुभाष सक्सेना ने कहा कि मुकेश दा का स्वर और उनके गाए हुए अमर गीतों को भारतीय सिने संगीत में ही नहीं वरन भारतीय संगीत में भी एक विशेष स्थान प्राप्त है। इसीलिए हम उनके जन्म दिवस पर उन्हें स्मरण कर रहे हैं।

मुख्य अतिथि के रूप में प्रख्यात वास्तुविद एवं मुकेश दा के परिवार से संबद्ध शशि शिरोमणि ने उनके कुछ संस्मरण  साझा किए। आयोजन के अध्यक्ष महाप्रबंधक कार्मिक, वेस्टर्न कोल फील्ड लिमिटेड, नागपुर अमिताभ चरण सिन्हा ने कहा ऐसे आयोजन लॉक डाउन और सामाजिक दूरी के कारण उत्पन्न एकरसता और अकेलेपन को दूर करने का बहुत ही महत्वपूर्ण साधन हैं। उन्होंने मुकेश दा के गाए हुए सर्वाधिक लोकप्रिय  गीतों में से फिल्म छलिया का गीत “डम डम डिगा डिगा” भी प्रस्तुत किया।

पूना से डॉ. अनिमेष सक्सेना ने फिल्म ‘देवर’ का गीत “बहारों ने मेरा चमन लूटकर खिजां को ये इल्जाम क्यों दे दिया” मथुरा से हरिओम शर्मा ने फिल्म ‘आनंद’ का गीत “कहीं दूर जब दिन ढल जाए” प्रस्तुत किया। बनारस से  त्रिभुवन लाल श्रीवास्तव ने फिल्म ‘सरस्वती चंद्र’ का गीत  “चंदन सा बदन चंचल चितवन” अपने अंदाज में प्रस्तुत किया। लखनऊ से सोनी दलेला ने फिल्म ‘पूरब-पश्चिम’ का गीत “कोई जब तुम्हारा ह्रदय तोड़ दे” प्रस्तुत किया।

मुकेश के नग़मों को महिला स्वरों ने भी याद किया। डॉ. सुजाता अग्रवाल ने सुनाया “जाऊं कहां बता ए दिल”, पूजा तोमर ने गाया “दुनिया बनाने वाले क्या तेरे मन में समाई काहे को दुनिया बनाई” मानसी मल्होत्रा ने सुनाया “एक प्यार का नगमा है”, निशा ने गाया “आ लौट के आजा मेरे मीत”, निमिशा स्वरूप ने सुनाया “चांद सी महबूबा हो मेरी”, निकिता चौधरी ने गाया “आया है मुझे फिर याद वो जालिम”, ये सभी गीत बेहद पसंद किए गए।

आगरा के ओम मिलन, दिनेश श्रीवास्तव, अश्वनी शिरोमणि, केके जैन, अजय श्रीवास्तव, राकेश नागर, डॉ.प्रदीप श्रीवास्तव आदि ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दीं। कार्यक्रम में नागपुर, लखनऊ, कासगंज, बनारस, मथुरा, पूना एवं आगरा के लगभग 40 स्वर साधकों ने मुकेश दा के गाए हुए गीतों को प्रस्तुत किया। इस आनलाइन वीडियो संगीत समारोह का पूरे देश से लगभग 800 लोगों ने आनंद लिया। सुधीर शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। समारोह का संचालन सुशील सरित ने किया। तकनीकी सहयोग एवं संयोजन राहुल सिंह ने किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!