डॉ. मनोज ने तूलिका से कैनवास पर उकेरा यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का व्यक्तित्व एवं कृतित्व
ब्रज पत्रिका, आगरा। ताजनगरी के चित्रकार डॉ. मनोज कुमार ने देश में अपने शहर का मान बढ़ाया है। इस बार डॉ. मनोज को यह मौका मिला उत्तर प्रदेश राज्य ललित कला अकादमी, लखनऊ द्वारा 11 से 15 जुलाई तक आयोजित ऑनलाइन अखिल भारतीय चित्रकला शिविर कम प्रतियोगिता में, जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के व्यक्तित्व और कृतित्व को पोट्रेट के जरिये उभारकर प्रशंसा बटोरी है।
‘सन्यास से औद्योगिक क्रांति की ओर’ विषय पर आयोजित इस ऑनलाइन चित्रकला शिविर कम प्रतियोगिता का 11 जुलाई को पूर्वाह्न 11 बजे उद्घाटन प्रदेश के संस्कृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. नीलकंठ तिवारी ने किया। विशिष्ट अतिथि संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव जितेंद्र कुमार थे।इसकी अध्यक्षता अकादमी के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र सिंह पुंढीर ने की।
उनकी ही अध्यक्षता में 15 जुलाई को शाम चार बजे इसका समापन हो गया। इस समापन समारोह के मुख्य अतिथि ललित कला अकादमी, नई दिल्ली के अध्यक्ष डॉ. उत्तम पचारणे थे। विशिष्ट अतिथि संस्कृति विभाग के विशेष सचिव/निदेशक शिशिर थे।
चित्ताकर्षक बन पड़ा है योगी आदित्यनाथ का पोट्रेट
डॉ. मनोज कुमार द्वारा बनाया गया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ये शानदार पोट्रेट सहज ही किसी को भी आकर्षित कर सकता है। खासकर सन्यासियों के वस्त्रों के जोगिया रंगों से उनके व्यक्तित्व के प्रकाश को उभारा। इसके अलावा उनके कृतित्व को उनके द्वारा कोविड-19 महामारी के दौरान किए गए उल्लेखनीय कार्यों के जरिये चित्रित किया। उनका आभामयी मुखमंडल इसमें खास आकर्षण पैदा करता है। ध्यानमग्न मुद्रा में उनको इसमें चित्रित किया है।
चित्रकार डॉ. मनोज कुमार ने ब्रज पत्रिका को बताया,
“अकादमी के सचिव डॉ. यशवंत सिंह राठौर द्वारा मुझे इसके लिए आमंत्रित किया गया था। इसमें अपने घर अथवा स्टूडियो में बैठकर ही पोट्रेट को तैयार करना था, जिसे वेबसाइट के जरिये मँगवाया गया था साथ में बनाते हुए खुद का एक वीडियो भी भेजना था। इस प्रतियोगिता में देशभर के चुनिंदा चित्रकारों ने हिस्सा लिया था, जो कि पोट्रेट विधा में अपनी एक पहचान बना चुके हैं। योगी आदित्यनाथ के व्यक्तित्व और कृतित्व को कैनवास पर उकेरने का अनुभव बहुत ही शानदार रहा।”
डॉ. मनोज कुमार डीएलए अखबार में बतौर डिज़ाइनर और कार्टूनिस्ट लंबे समय तक काम कर चुके हैं। इससे भी एक कदम आगे बढ़कर वह आगरा के सांस्कृतिक क्षेत्र और इवेंट इंडस्ट्री में एक स्टेज डिज़ाइनर के तौर पर विशिष्ट पहचान भी बना चुके हैं।
कला जगत में खास पहचान बना चुके हैं डॉ. मनोज
ललित कला संस्थान में लंबे समय से बतौर अतिथि प्रवक्ता विद्यार्थियों को चित्रकला में पारंगत करते आ रहे हैं। डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के यूथ फेस्टिवल से भी सक्रिय रूप से जुड़े रहे हैं। उनको पोट्रेट के साथ इस्केच बनाने में भी महारत हासिल है। इसी योग्यता के चलते पुलिस विभाग द्वारा अक्सर उनसे इस्केच बनवाये जाते हैं। अपराधी का हुलिया बताने भर से वह उनका इस्केच तैयार कर देते हैं। डॉ.मनोज अपनी कला के लिए कई बार सम्मानित हो चुके हैं।