अब आगरा शहर को एक आध्यात्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का समय आ गया है-महंत योगेश पुरी
आगरा और बटेश्वर के शिव मंदिरों के कालक्रम पर सेमिनार “आगरा बियॉन्ड ताज” होटल डबल ट्री बाय हिल्टन में संपन्न हुआ।
ब्रज पत्रिका, आगरा। स्फीहा (सोसाइटी फॉर प्रिजर्वेशन ऑफ हेल्दी एनवायरनमेंट एंड इकोलॉजी एंड हेरिटेज ऑफ आगरा) ने टूरिज्म गिल्ड ऑफ आगरा और यूपी टूरिज्म के साथ मिलकर ताज महोत्सव के अंतर्गत वार्षिक कार्यक्रम “आगरा बियॉन्ड ताज” शमशाबाद रोड स्थित होटल डबल ट्री बाय हिल्टन में आयोजित हुआ। चर्चा का विषय ‘आगरा और बटेश्वर के शिव मंदिरों का कालक्रम’ था।
कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलन से हुई। स्फीहा के उपाध्यक्ष और टूरिज्म गिल्ड ऑफ आगरा के पूर्व अध्यक्ष राजीव नारायण ने कार्यक्रम के 14वें संस्करण में शामिल अतिथियों का स्वागत किया। ‘हर हर महादेव’ के जयकारों के साथ इसकी शुरुआत हुई।
मुख्य वक्ता श्री मन:कामेश्वर नाथ मंदिर के महंत योगेश पुरी ने कहा कि,
“आगरा सच्चे अर्थों में एक शिवनगरी है। आगरा के 4 कोनों में 4 शिव मंदिर, 4 भैरव मंदिर और शहर के मध्य में 2 शिव मंदिर हैं। अब शहर को एक आध्यात्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का समय आ गया है। लोगों को दो शिवलिंग के विज्ञान के बारे में बताना होगा। अध्यात्म को विज्ञान से जोड़ें। गाइड भी शिवालयों के बारे में जानें और पर्यटकों को बताएं।”
टूरिज्म गिल्ड ऑफ आगरा के पूर्व अध्यक्ष अरुण डंग ने कहा कि,
“हनुमान में भी शिव का अवतार है। आज भी लोग वर मांगने के लिए शिव से प्रार्थना करते हैं। माधव राव सिंधिया और अहिल्याबाई ने आगरा और बटेश्वर में कई मंदिर बनवाए और नजीर अकबराबादी ने अपनी कविताओं में आगरा के इस चरित्र को आकार देने में इन मंदिरों की भूमिका पर प्रकाश डाला। आगरा में कई शिव मंदिरों के पुनरुत्थान में मराठा साम्राज्य की भूमिका रही।”
स्फीहा के सचिव पंकज गुप्ता ने आध्यात्मिकता और पर्यावरण चेतना पर बात की और कहा कि,
“बढ़ते पर्यावरणीय संकट के लिए आध्यात्मिक प्रतिक्रिया की आवश्यकता है। इसमें 5 तत्वों से बनी भौतिक और आध्यात्मिक गतिविधियों का प्रतिच्छेदन शामिल होना चाहिए ताकि सभी जीवित प्राणी फल-फूल सकें। इसी उद्देश से स्फीहा, डीईआई और राधा स्वामी सत्संग सभा के साथ मिलकर दयालबाग के पोइया घाट में यमुना की सफाई करवा रही है और संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित ‘ऊँटों का वर्ष’ भी मना रही है।”
मेला कोठी एवं चंबल सफारी की निदेशक अनु ढिल्लन सिंह ने बटेश्वर के विभिन्न शिव मंदिरों और उनके संक्षिप्त इतिहास पर एक प्रस्तुति दी। यूपी पर्यटन के संयुक्त निदेशक अविनाश चंद्र मिश्र ने सरकार द्वारा की जा रही विभिन्न पहलों के बारे में बात की और अनुरोध किया कि आगरा के नागरिकों को इसमें पूरे दिल से भाग लेना चाहिए।
डबल ट्री बाय हिल्टन के महाप्रबंधक श्याम कुमार ने शहर की अर्थ व्यवस्था में पर्यटन की भूमिका पर प्रकाश डाला और पर्यटकों के साथ अधिक सभ्य व्यवहार करने और शहर में सार्वजनिक सुविधाओं में सुधार का आह्वान किया। टूरिज्म गिल्ड ऑफ आगरा के सचिव राजीव सक्सेना ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। कार्यक्रम का संचालन सुधीर नारायण ने किया। इस मौके पर कर्नल आर. के. सिंह, डॉ. गिरजा शंकर शर्मा, शब्द मिश्रा, देवाशीष भौमिक, डॉ. डी. वी. शर्मा, संत भनोट, स्वाति मिश्रा, योगेश, डॉ. महेश चंद्र धाकड़, गजेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।