साहित्य

हरीश अग्रवाल ‘ढपोरशंख’ की दूसरी काव्य कृति ‘मैं साँप हूँ’ का हुआ लोकार्पण, भ्रष्टाचार पर व्यंग्य रचना करती है सटीक प्रहार

साहित्य संगीत संगम और संस्कार भारती ने किया हास्य- व्यंग्य के लोकप्रिय कवि हरीश अग्रवाल ‘ढपोरशंख’ की रचनाधर्मिता का अभिनंदन।

ब्रज पत्रिका, आगरा। “साहित्य के हर रस और हर विधा की यद्यपि अपनी-अपनी विशेषता है, अपना प्रभाव है, किंतु आज के इस युग में जब हर जगह भ्रष्टाचार और नैतिक अवमूल्यन का दबदबा है, ऐसे में व्यंग्य सबसे अधिक प्रभावशाली शस्त्र सिद्ध हुआ है। इसके द्वारा आमजन की पीड़ा व्यक्त की जा सकती है। रेलवे से सेवानिवृत्त हरीश अग्रवाल की कृति ‘मैं सांप हूं’ इसका श्रेष्ठ उदाहरण है।”

उपरोक्त विचार रेलवे के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक एवं साहित्यकार अमन वर्मा ने साहित्य संगीत संगम एवं संस्कार भारती द्वारा संयुक्त रूप से फतेहाबाद रोड स्थित होटल स्विस ग्राण्ड में आयोजित एक साहित्यिक समारोह में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए।

इससे पूर्व, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के पूर्व कार्यकारी उपाध्यक्ष और अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त गीतकार प्रोफेसर सोम ठाकुर ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एवम् उनके समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके पुस्तक लोकार्पण एवं सम्मान समारोह का विधिवत शुभारंभ किया। इस दौरान वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. राजेंद्र मिलन, डॉ. अशोक अश्रु, राजकुमारी चौहान और सुशील सरित प्रमुख रूप से मंचस्थ रहे।

पुस्तक समीक्षा करते हुए कवि कुमार ललित ने कहा कि,

“जिस दौर में तथाकथित बड़े कवि हास्य-व्यंग्य के नाम पर ज्यादातर चुटकुले बेच रहे हैं, वहाँ हरीश अग्रवाल जी अपनी विशिष्ट उक्तियों, तुक्तियों, मानकों और कथानकों से न केवल हास्य की रसधार बहा रहे हैं बल्कि चुटीले व्यंग्यों से व्यवस्था पर करारा प्रहार भी कर रहे हैं।”

कुमार ललित ने आगे कहा कि,

“हरीश अग्रवाल जी ने हास्य रस की गरिमा के साथ व्यंग्य विधा को प्रतिष्ठित करने का जो रचनात्मक, गुणात्मक और गौरव पूर्ण कार्य किया है वह न केवल सराहनीय है, बल्कि अनुकरणीय भी है।”

इस अवसर पर लोकप्रिय कवयित्री डॉ. रुचि चतुर्वेदी, ऐलेश अवस्थी, विनय बंसल, डॉ. रमेश आनंद, चंद्र शेखर शर्मा, राजकुमार मित्तल आदि ने सरस काव्य पाठ कर सभी को भावविभोर कर दिया।

समारोह में गिरीश कुमार अग्रवाल, रोहित कुमार, मोहित कुमार , सुभाष चंद्र अग्रवाल , आशीष अग्रवाल, दाऊ दयाल अग्रवाल, अशोक कुमार अग्रवाल , संजय अग्रवाल, माई दयाल अग्रवाल, रक्षित कुमार, अक्षय अग्रवाल, आकांक्षा अग्रवाल, रेनू अग्रवाल आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। धन्यवाद ज्ञापित किया कुमार ललित ने। समारोह का कुशल संचालन सुशील सरित ने किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *